सोमवार को यहां संकट चतुर्थी का पर्व उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर गणेशजी को 5001 किलो वजनी लड्डू का भोग लगाया गया जिसे प्रदेश का सबसे बड़ा लड्डू कहा जा रहा है। इस लड्डू को बनाने में 30 कर्मी चार दिन तक जुटे रहे।
शिवलिंग पर 21 किलो पीतल से निर्मित नाग देवता स्थापित किए गए हैं इस मौके पर मंदिर में स्थापित शिवलिंग का सौंदर्य भी बढ़ गया। यहां 21 फीट के शिवलिंग स्थापित हैं। इस शिवलिंग पर 21 किलो पीतल से निर्मित नाग देवता स्थापित किए गए हैं। यहां स्थापित नागदेवता की लंबाई 14 फीट है, जो सनावद से तैयार कराया गया है। इस अवसर पर शहरभर के शिवभक्त यहां उमड़ पड़े। श्री सिद्धेश्वर तापेश्वर ट्रस्ट के जिला अध्यक्ष प्रशांत पाटिल व धनराज महाजन ने बताया कि हर साल की तरह इस बार भी भव्य आयोजन किया जा रहा है। शिवलिंग पर स्थापित यह नाग चार फीट की साइज में स्थापित होगा, बाकी नाग गोलाई में रहेगा।
हर साल अलग-अलग आयोजन
2015 में श्री सिद्धेश्वर तापेश्वर मंदिर समिति ने 501 जोड़ों का यज्ञ करवाया
2016 में शिवलिंग की स्थापना का काम शुरू 2017 में शिवलिंग की स्थापना का काम पूरा हुआ
2018 में 21 हजार लड्डुओं का भोग लगा
2019 में 2501 किलो के लड्डू का भोग लगा
2020 में गणेशजी को 5001 किलो लड्डू का भोग लगाया गया। शिवलिंग पर 21 किलो पीतल से निर्मित नाग देवता चढ़ाए गए
2021 में प्रस्तावित 21 फीट ऊंचे नंदी पीतल से बनेंगे
हर साल अलग-अलग आयोजन
2015 में श्री सिद्धेश्वर तापेश्वर मंदिर समिति ने 501 जोड़ों का यज्ञ करवाया
2016 में शिवलिंग की स्थापना का काम शुरू 2017 में शिवलिंग की स्थापना का काम पूरा हुआ
2018 में 21 हजार लड्डुओं का भोग लगा
2019 में 2501 किलो के लड्डू का भोग लगा
2020 में गणेशजी को 5001 किलो लड्डू का भोग लगाया गया। शिवलिंग पर 21 किलो पीतल से निर्मित नाग देवता चढ़ाए गए
2021 में प्रस्तावित 21 फीट ऊंचे नंदी पीतल से बनेंगे