कॉलेज से छुट्टी लिए बिना पूरी की पीएचडी, इसका सार भी कर्म ही जीवन
बुरहानपुर
Updated: March 05, 2022 08:51:23 pm
- पोलिटेक्निक कॉलेज के व्याख्याता पीएचडी अवार्ड से सम्मानित
बुरहानपुर. शासकीय जीजामाता पोलिटेक्निक कॉजेज के व्याख्याता डॉ. अनिल आर शाह पीएचडी अवार्ड से सम्मानित हुए हैं। उनकी यह डिग्री तीन साल में पूरी की गई। कॉलेज से छुट्टी लिए बिना यह डिग्री हांसिल की और शहर के पहले ऐसे डिग्रीधारी भी बने जिन्होंने अंग्रेजी माध्यम से यह डिग्री हांसिल की। चार साल की पढ़ाई का सार भी उन्होंने यह निकाला कर्म ही जीवन है।
अपने कर्म की बदौलत ही देश में नाम रोशन करने वाले दो शख्सियत लेखक रस्कीन बांड और अरुण जोशी के जीवन पर यह डिग्री ली। डॉक्टर अनिल आर शाह बताते हैं कि २०१७ से डिग्री की तैयारी शुरू की और २०२१ में पूरी की, २०२२ में अवार्ड की गई। नोवेल लिखने वाले अरुण जोशी और रस्कीन बांड के जीवन पर पीएचडी की है। बांड जो की प्राकृतिक लेखक के रूप में जाने जाते हैं। जोशी ने जीवन के यथार्थ को अपने नोवेल में लिख चुके हैं। इनके लेखन का तरीका अलग-अलग था। दोनों के जीवन पर अध्ययन करने पर यह बताया गया कि अंतत: जीवन को जीने का सही मार्ग क्या है। वह किस प्रकार होना चाहिए। सिर्फ कर्म पर ध्यान देना चाहिए। अच्छे कर्म के माध्यम से ही हम अपना कार्य कर सकते हैं। कितना भी संघर्ष आए हमें कभी हार नहीं मानना है। संघर्ष के साथ भी जीवन बीताना चाहिए। यह पूरी पीएचडी अंग्रेजी भाषा में पूरी की गई।
समाज क्षेत्र को भी करीब से जाना
पीएचडी को सबसे उच्चतम शिक्षा के रूप में इसे देखते हैं। पीएचडी के माध्यम से समाज के क्षेत्र को बहुत करीब से जानने की कोशिश की। बता दे कि डॉक्टर अनिल को एमए लिटेरेचर में गोल्ड मेडल भी मिल चुका है। डीएवीवी से ही यह पढ़ाई की थी। इस उपलब्धि पर कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर एसपी कोरी ने कहा कि डॉ. अनिल आर शाह की इस उपलब्धि ने कॉलेज का भी गौरव बढ़ाया है।
सबसे लोकप्रिय
शानदार खबरें
मल्टीमीडिया
Newsletters
Follow Us
Download Partika Apps
Group Sites
Top Categories
Trending Topics
Trending Stories
बड़ी खबरें