बुरहानपुरPublished: Sep 26, 2021 08:22:37 pm
ranjeet pardeshi
– बुरहानपुर में हुआ स्वागत- रतन टाटा को भारत रत्न मिले
Burhanpur: Unique insistence of engineer and fashion designer, left Mumbai with tricolor in hand
बुरहानपुर. सतना जिले के मैहर गांव के एक दंपत्ति उद्योगपति रतन टाटा से मिलने एवं भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न दिलाने की जिद है। इस जिद को पूरा करने के लिए हाथ में तिरंगा लेकर मुंबई के लिए पैदल यात्रा कर रहे हैं। 600 किमी की यात्रा पूरी कर रविवार को युवा दंपत्ति बुरहानपुर पहुंचे। विधायक सहित नगरवासियों ने स्वागत किया।
24 साल के राहुल पटेल पेशे से इंजीनियर है, पत्नी सुलोचना (मोना) फैशन डिजाइनर है। दोनों दंपत्ति मुंबइ में रतन टाटा से मिलने के लिए 29 अगस्त को अपने घर मैहर से हाथ में तिरंगा और रतन टाटा की तस्वीर लेकर पैदल ही रवाना हो गए। राहुल पटेल ने रतन टाटा की जीवनी पढ़कर प्रभावित हुआ। कोरोना काल में देशवासियों के लिए 1500 करोड़ की मदद के लिए आगे आए तो मिलने की चाह ओर बढ़ गई। जुलाई में शादी के बाद पत्नी को अपनी जिद सुनाइ तो उसने भी साथ देने का वादा किया, इसलिए परिवार को छोड़कर मैहर से मुंबई की पदयात्रा कर रहे हैं, एक ही सपना है रतन टाटा से मुलाकात हो जाए। भारत सेवा के नाम से संगठन बनाकर उन्हें भारत रत्न दिलाने के लिए देशभर में मुहिम चलाएंगे।
रोजाना 30 किमी का सफर
दंपत्ति ने बताया कि मैहर से मुंबइ तक जाने के लिए रोजाना करीब 30 किमी तक पैदल सफर तय करते हैं, रास्ते में सभी लोग मदद के लिए आगे आ रहे हैं। कटनी, जबलपुर, होशंगाबाद, खंडवा, हरदा से होते हुए बुरहानपुर पहुंचे हैं। हर शहर में लोगों ने रहने एवं भोजन की व्यवस्था की। बुरहानपुर से महाराष्ट्र में प्रवेश कर मुंबई के लिए जाएंगे।