बीते दो दिनों से हो रही आफत की बरसात ने फसलें तबाह करने के साथ एक किसान और ५ मवेशियों को भी लील लिया। जानकारी के अनुसार सोमवार को खेत में काम कर रहे ग्राम सांवली निवासी ५५ वर्षीय मांगीलाल रामसिंग भीलाला की सुबह करीब ११ बजे आकाशीय बिजली गिरने से मौत हो गई। इस दौरान खेत में ही मौजूद तीन बैल भी मर गए। इसी तरह रविवार शाम को मोहनगढ़ में बिजली गिरने से भी दो गाय मरी है।
अगर किसी पर बिजली गिर जाए तो फोरन डॉक्टर की मदद मांगे ऐसे लोगों को छूने से आपको कोई नुकसान नहीं पहुंगा।
अगर किसी पर बिजली गिरी है तो फोरन उनकी नब्ज़ जांचे और अगर आप प्रथम उपचार देना जानते हैं तो ज़रूर दें, बिजली गिरने से अकसर दो जगहों पर जलने की आशंका रहती है. वो जगह जहां से बिजली का झटका शरीर में प्रवेश किया और जिस जगह से उसका निकास हुआ जैसे पैर के तले।
ऐसा भी हो सकता है कि बिजली गिरने से व्यक्ति की हड्डियां टूट गई हों या उसे सुनना या दिखाई देना बंद हो गया हो इसकी जांच करें।
बिजली गिरने के बाद तुरंत बाहर न निकले, अधिकाशं मौतें तूफान गुजऱ जाने के 30 मिनट बाद तक बिजली गिरने से होती है।
अगर बादल गरज रहे हों और आपके रोंगटे खड़े हो रहे हैं तो ये इस बात का संकेत है कि बिजली गिर सकती है, ऐसे में नीचे दुबक कर पैरों के बल बैठ जाएं। अपने हाथ घुटने पर रख लें और सर दोनों घुटनों के बीच, इस मुद्रा के कारण आपका जमीन से कम से कम संपर्क होगा।
बारिश से तबाह हुआ जैनाबाद पहुंच मार्ग
जैनाबाद. दो दिनों से हो रही झमाझम बरसात ने पहले से ही जर्जर जैनाबाद पहुंच मार्ग को और खराब कर दिया। इसकी गड्ढों से भरी सड़क पूरी तरह तालाब में तब्दिल हो गई है। इसके कारण ग्रामीणों की परेशानी और बढ़ती जा रही है। करीब १० साल पहले बनी यह डामर रोड काफी समय से जर्जर हो चुकी हैऔर इसको लेकर ग्रामीण काफी समय से सड़क निर्माण की मांग कर रहे है। बावजूद इसके लोक निर्माण विभाग के अफसर इसकी ओर ध्यान नहीं दे रहे है।