बुरहानपुरPublished: Jul 21, 2021 11:12:19 am
ranjeet pardeshi
– सीएम से जाकर मिले परियोजना स्थापित कर रहे उद्योगपति
CM’s tweet: 300 crore textile project will provide employment in Burhanpur
बुरहानपुर. नए उद्योग स्थाना को लेकर बुरहानपुर में एक बेहतर माहौल बनता जा रहा है। चार दिन में 950 करोड़ के निवेश की बात सामने आई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री का ट्वीट आया जिसमें उन्होंने 300 करोड़ की टेक्सटाइल परियोजना बुरहानपुर में स्थापित को लेकर उद्योगपति से चर्चा की। उन्होंने इसकी पूरी जानकारी ट्वीटर पर दी।
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के ट्वीट किया है कि मुख्यमंत्री कार्यालय में मेसर्स बुरहानपुर टेक्सटाइल लिमिटेड से मुलाकात की। 300 करोड़ रुपए की टेक्सटाइल परियोजना के स्थापना को लेकर चर्चा की। इस परियोजना से 200 को प्रत्यक्ष रोजगार और 800 को स्वरोजगार उपलब्ध होने की संभावना है। 1956 में स्थापित मेसर्स बुरहानपुर टेक्सटाइल कपड़ा निर्माता कंपनी है, जिसकी 9 इकाइयां बुरहानपुर में कार्यरत है।
बसाड़ में यूनिट डलने की संभावना
300 करोड़ का यह प्रोजेक्ट कहा स्थापित होगा यह अभी स्पष्ट नहीं है, लेकिन चर्चा है बसाड़ में यह यूनिट डलने की संभावना है। जहां एयर जेट टेक्नोलॉजी के लूम आएंगे। यह लूम जर्मनी या चायना से बुलाए जाते हैं। हालांकि बुरहानपुर टेक्सटाइल लिमिटेड के संचालनकर्ताओं की सीएम से परियोजना स्थापित को लेकर की गई यह चर्चा निजी तौर पर थी।
650 करोड़ का प्रोजेक्ट अलग, 26 को होगी बात
इसके अलावा 650 करोड़ का प्रोजेक्ट अलग है। इसे लेकर 17 जुलाईको बुरहानपुर आए मुख्यमंत्री से चेंबर ऑफ कॉमर्स ने चर्चा की है। जहां मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधि मंडल को 26 जुलाई सोमवार को भोपाल में बुलाया है। चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रशांत श्रॉफ ने कहा कि इसी की तैयारी को लेकर मंगलवार को भी भोपाल में प्रमुख सचिव से चर्चाकी। इसकी पूरा प्रेजेंटेशन तैयार कर 26 को जाएंगे। बता दे कि शासन ने रेहटा में जो उद्योग के लिए जमीन तैयार की है, वहां 107 उद्योगपतियों ने 650 करोड़ के निवेश की बात कही है। लेकिन उसके लिए तीन प्रमुख मांगे भी रखी है।
यह रखी प्रमुख तीन मांगे
1. रहेटा में जमीन कम पड़ेगी। इसी के पास में 150 एकड़ जमीन है, जिसे चेंबर ऑफ कॉमर्स विकसित कर सकता है, इसके लिए 60 प्रतिशत अनुदान याने 80 करोड़ सरकार से देने की मांग रखी। यह होने पर सरकार को प्रतिवर्ष 40 करोड़ रुपए का राजस्व मिलेगा, जो दो साल में ही सरकार के 80 करोड़ वापस हो जाएंगे और प्रतिवर्ष अतिरिक्त आय मिलेगी।
2. नए उद्योग लगाने पर 2017 तक ब्याज पर अनुदान पांच प्रतिशत मिलता था जिसे फिर से चालू किया जाए
3. रेहटा खड़कोद में उद्योग की जमीन की दर 110 रुपए प्रति स्क्वेरफीट है, कटौती कर 80 रुपए दाम किया जाए