निगम के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2019-20 का टैक्स के लिए 10 करोड़ 86 लाख रूपए का लक्ष्य रखा गया है। निगम ने 7 करोड़ 80 लाख की बकाया वसूली भर कर ली थी। मार्च की अंतिम तारीख कर 9 करोड़ रुपए टैक्स वसूली करना था, लेकिन कोरोना वायरस संक्रमण और लॉकडाउन घोषित होने के बाद टैक्स वसूली पूरी तरह से बंद हो गई है। बुरहानपुर नगर निगम का एक करोड़ रुपए अब तक प्रभावित हुआ है। कोरोना वायरस का बड़ा असर निगम के राजस्व पर पड़ा है। कोराना वायरस संक्रमण फैलने के चलते सरकार ने लोगों को नगर निगम के सभी तरह के टैक्सों को जमा करने के लिए 15 अप्रैल तक की मोहलत दी है। पहले 31 मार्च तक टैक्स की राशि जमा नहीं करने पर पैनाल्टी लगती थी। इस बार उपभोक्ताओं को 15 अप्रैल तक राशि जमा करने पर पैनाल्टी नहीं लगेगी।
नगरीय प्रशासन से यह आदेश हुए जारी
नगरीय प्रशासन एवं विकास अपर आयुक्त तेजस्वी एस नायक की ओर से जारी आदेश में प्रदेश की सभी नगर पालिका निगम, नगर पालिका परिषद, नगर परिषद में संपत्ति कर, जलकर, उपभोक्ता प्रभार एवं अन्य करों पर लगने वाले चार्ज की राशि वसूलने की समय सीमा में 15 अप्रैल तक छूट दी गई है। इसके साथ ही 15 अप्रैल के बाद भी टैक्स जमा करने के लिए नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा शहरवासियों पर दबाव नहीं बनाया जाएगा। इसकी मुख्य वजह यह है कि कोराना के चलते करीब 21 दिन तक लॉकडाउन रहेगा, जिससे लोगों का कारोबार प्रभावित होगा। इससे उनकी वित्तीय स्थिति पर भी प्रभाव पड़ रहा है। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने नगर निगम के अधिकारियों से कहा कि वे लोगों को ऑन लाइन प्रापर्टी टैक्स जमा करने के लिए सुझाव दें। इस संबंध में कचरा वाहन सहित अन्य नगरीय निकाय के वाहनों और होर्डिंग के जरिए से प्रचार-प्रसार कर लोगों को एटीएम, पेटीएम, नेट बैंकिंग के माध्मय से टैक्स जमा करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके साथ ही कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए भी लोगों को कचरा वाहन के माध्यम से जागरुक कर रहे हैं।
आंकड़े एक नजर में
10 करोड़ 86 लाख टैक्स वसूली का लक्ष्य
7 करोड 80 लाख रुपए अब तक हुई वसूली
1 करोड़ रुपए लॉकडाउन के चलते प्रभावित
10 करोड़ 86 लाख रुपए का लक्ष्य रखा गया है। निगम ने 7 करोड़ 80 लाख की बकाया वसूली कर कर ली थी। कोरोना वायरस से टैक्स वसूली पूरी तरह से बंद हो गई है। बुरहानपुर नगर निगम का एक करोड़ रुपए अब तक प्रभावित हुआ है।
– एसआर सिटोले, वित्तीय सहायक आयुक्त
नगर निगम।