दरअसल कोरोना के चलते दो सालों से गर्मी के समय लॉकडाउन लगा होने के कारण तरबूज की फसलें खेतों में ही खराब हो रही थी। किसानों को कम भाव में ही व्यापारियों को बेचना पड़ रहा था। लेकिन इस साल गर्मी के मौसम में नवरात्र एवं रमजान होने से तरबूत की मांग बाजार में अधिक है। अच्छी गुणवत्ता का तरबूज 15 से 20 रुपए प्रति किलो तक बिक रहा है। खकनार क्षेत्र में किसानों ने अच्छी संख्या में तरबूज बोया है। जबकि महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में तरबूज की गाडिय़ां बाजार में पहुंच रही है। थोक भाव 10 से 12 रुपए होने से मंडी बाजार में ग्राहकों को तरबूज 15 से 20 रुपए किलो तक मिल रहा है। जबकि दो साल पहले तरबूज के भाव किसानों को 3 से 5 रुपए तक ही मिल रहे थे।
रमजान में डिमांड बढ़ी
रमजान में रोजा इफ्तार करते समय लोग तरबूज का उपयोग अधिक करते हैं, क्योंकि तरबूज पानी वाला फल होने से बार-बार पानी पीने से छुटकारा मिल जाता है। लाल व मीठा तरबूज रक्त के लिए फायदेमंद रहता है। गर्मी के समय हर साल बाजार में बड़ी संख्या में तरबूज की दुकानें देखने को मिल रही है। शहर के व्यापारी सीधे खेतों दरअसल कोरोना के चलते दो में पहुंचकर फसल देखकर किसानों से तरबूज की खरीदारी कर रहे हैं।