उर्दू स्कूल में बोर्ड पर लिख रखे थे उत्तर
शासकीय प्राथमिक उर्दू स्कूल बहादरपुर में कक्षा १ व ४ में बच्चें बोर्ड पर लिख प्रश्नों के उत्तर पर्चे में भरते हुए नजर आए। कक्षा ४ में जब शिक्षक तोसीफ से इस बारे में पूछा गया, तो उनका कहना था कि बच्चों को हल करने का तरीका सिखा रहे थे, लेकिन बच्चों से पूछने पर बताया कि पर्चे में पूछे प्रश्न के उत्तर शिक्षक ने बोर्ड पर लिख रखे थे और वह उसी को कॉपी कर रहे है। कक्षा १ में भी बच्चें बोर्ड पर लिखे प्रश्नों को हल कर रहे थे। दोनों कक्षाओं में ८० से ज्यादा बच्चें पर्चा भर रहे थे। स्कूल इंचार्ज रेहाना जोलानी से नकल के बारे में पूछा गया, तो पहले वह नकल नहीं होने की बात कहती रही। बात में कहने लगी सॉरी सर, गलती हो गई, अगली बार से नहीं होगा ऐसा।
क्लास में बच्चें के लिए लगा दिया झूला
क्लास रूम में अक्सर स्कूली बच्चों के लिए खेल सामग्री लगते देखी होगी। लेकिन बहादरपुर की शासकीय प्राथमिक स्कूल में शिक्षका अपने बच्चें को झूले रखकर क्लास ले रही थी। मंगलवार को स्कूल में प्रतिभा पर्व मूल्यांकन होना था। जब पत्रिका टीम यहां पहुंची, तो शिक्षका सक्ते में आ गई और रजिस्टर लेकर अपने काम में लग गई। जब स्कूल इंचार्ज से इस बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि संकुल प्राचार्य बिरोदा स्कूल में रहते है, वहीं इस विषय में कुछ बता पाएंगे।
एक साथ बैठकर दिया पर्चा, बालिका शौचालय पर ताला
शासकीय कन्या मराठा माध्यमिक स्कूल में कक्षा ८वीं का पर्चा छात्राओं ने एक साथ बैठकर दिया। कक्षा में ३० से ज्यादा बालिकाएं थी, लेकिन शिक्षकों ने बालिकाओं को एक साथ बैठा दिया। बाद में शिक्षक भी कमरे से चले गए, जिसके बाद बालिकाएं एक-दूसरे का पर्चा देखकर उत्तर लिखती रही। कन्या स्कूल में ही स्कूल शिक्षकों ने शौचालय पर ताला जड़ रखा था। जब स्कूल इचार्ज किरण भारद्वाज से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि परीक्षा नियमानुसार हुई है और बालिकाओं को शौचायल जाना होता है, तो वह बता देती है।
प्रतिभा पर्व :-
720 स्कूलों में मूल्यांकन
509 प्राथमिक स्कूल
211 माध्यमिक स्कूल
79 हजार बच्चों स्कूलों में
84 शाला सिद्धी की स्कूलें
यदि प्रतिभा पर्व के दौरान नकल कराई जा रही है, तो इसकी जांच की जाएगी। दोषी शिक्षकों पर कठोर कार्रवाई होगी।
– अशोक शर्मा, जिला शिक्षा केन्द्र समन्वयक