scriptस्टॉफ की कमी का बहाना कर छुपाईअस्पताल की कमियां | Hidden hospital deficiencies by excuse of staff shortage | Patrika News

स्टॉफ की कमी का बहाना कर छुपाईअस्पताल की कमियां

locationबुरहानपुरPublished: Feb 10, 2021 11:14:10 am

Submitted by:

ranjeet pardeshi

– कायाकल्प की टीम ने 6 घंटे तक किया अस्पताल का निरीक्षण- सफाई देखकर मरीज और नर्सिंग स्टाफ से किए किए सवाल- बदली नजर आइ व्यवस्थाएं- 75 प्रतिशत से अधिक मिलेंगे तो भोपाल से आएंगा जांच दल

Hidden hospital deficiencies by excuse of staff shortage

Hidden hospital deficiencies by excuse of staff shortage

बुरहानपुर. कायाकल्प टीम के निरीक्षण को लेकर मंगलवार को जिला अस्पताल की तस्वीर की बदल गई। दो डॉक्टर्स और एक क्वालिटी कंसल्टेंट ने 6 घंटे तक अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। सबसे ज्यादा फोकस सफाई और मरीजों को मिलने वाली सुविधा पर दिखा। मरीजों से सवाल पूछकर नर्सिंग स्टाफ का इंटरव्यू भी लिया। अस्पताल प्रबंधन स्टॉफ की कमी का बहाना कर अपनी खामियों को छूपाते हुए नजर आया। 75 प्रतिशत से अधिक अंक मिलने पर भोपाल से टीम जांच करने आएंगी।
खंडवा आरएमओ डॉक्टर शक्ति सिंह राठौर, खरगोन के डॉक्टर दीपक यादव और क्वालिटी कंसल्टेंट प्रतीक पांजरे सुबह 10:30 बजे जिला अस्पताल पहुंचे। सबसे पहले कायाकल्प टीम ने अस्पताल परिसर की व्यवस्था देखी यहां से इमरजेंसी कक्ष में पहुंच कर ड्यूटी डॉक्टर ध्वल पाटिल से ड्यूटी टाइम को लेकर प्रश्न किए। डॉक्टर द्वारा 12 घंटे लगातार ड्यूटी करने की बात कही। टीम ने मायनर ओटी, इंजेक्शन कक्ष, प्लास्टर और एक्स.रे कक्ष का निरीक्षण किया। टीम ने कहा कि अस्पताल भवन बड़ा है, इसलिए मरीजों की सुविधा के लिए संकेत बोर्ड ओर लगाए। सीएमएचओ डॉक्टर एमपी गर्ग, कायाकल्प नोडल अधिकारी डॉक्टर गोरव थवानी ने अस्पताल में लगाए गए संकेत बोर्ड की जानकारी देकर टीम के प्रश्नों के उत्तर दिए। दोपहर 2 बजे के बाद टीम मेडिकल, सर्जिकल और शिशु वार्ड को देखने के लिए पहुंची। मेडिकल वार्ड में भर्ती संतोष चौधरी से पूछा क्या आप को यहां पर भोजन मिलता है तो मरीज ने हां का जवाब दिया।
टीम को यहां पर मिली खामियां
सिविल सर्जन कक्ष के पास छत से गिर रही पीओपी को देखकर बिल्डिंग का मेंटेनेंस करने के लिए कहा, इमरजेंसी ओटी में पर्याप्त संसाधन और दवाइयां नहीं मिलने पर इमरजेंसी उपयोग होने वाली दवाइयों को रखने और महिला प्रसव कक्ष में बच्चों के लिए झूले नहीं मिलने पर झूले रखने के लिए कहा। अस्पताल के शौचालयों में गंदगी पसरी दिखाई दी। अस्पताल की बिल्डिंग बड़ी होने के बाद भी संकेत बोर्ड नहीं मिले। मॉडल ओटी को देखकर जल्द तैयार कर शुरू करने की बात कही। अस्पताल की खाामियां छूपाने के लिए अस्पताल प्रबंधन ने स्टाफ का बहाना किया तो टीम ने आउटसोर्स से कर्मचारियों को रखने और डॉक्टर्स सहित अन्य पदों के लिए भोपाल पत्र लिखने के लिए कहा।
उ?मीद: 75 प्रतिशत से अधिक मिलेंगे अंक
कायाकल्प नोडल अधिकारी डॉक्टर गोरव थवानी ने कहा कि हमें पूरी उ?मीद है कि इस फाइनल निरीक्षण में जिला अस्पताल को 75 प्रतिशत से अधिक अंक मिलेंगे। कायाकल्प के सभी मापंदड पूरी करने का प्रयास किए हैं। टीम संतुष्ट होकर अस्पताल से रवाना हुई है, इसकी तैयारियां हम लंबे समय से कर रहे थे।
इन ङ्क्षबदुओं पर रहा टीम का निरीक्षण
-: अस्पताल की साफ सफाई
-: मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं
-:. अस्पताल बिल्डिंग का रखरखाव और व्यवस्था
-: अपशिष्ट पदार्थों कचरा प्रबंधन की व्यवस्था
– बॉयोमेडिकल वेस्ट के लिए कचरा डस्टिबन
अस्पताल में यह हुए बदलाव
-: ओटी की व्यवस्था पूरी तरह बदली दिखाई दी
– सुबह से ही अस्पताल में सफाई कर चमकाया गया
-: अस्पताल गेट बंद कर, बाहर वाहनों की पार्किंग हुई
– डॉक्टर्स, नर्सिंग स्टाफ कर्मचारी ड्रेस कोर्ड में नजर आए
-:अस्पताल का मु?य गेट बंद कर दो चौकीदार तैनात रहें
-: अस्पताल में सफाई और नो पार्किंग के बोर्ड लगाए
-: खामियों को छूपाने के लिए कलर पेंट किया गया
बीयू1004 : अस्पताल परिसर का टीम ने किया निरीक्षण।
बीयू1005 : शौचालय तक देखे।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो