scriptदुकान खुली दिखी तो कांग्रेसी बोली 100 रुपए लीटर पेट्रोल अच्छा है क्या | If the shop is open then the Congress bid 100 rupees a liter of petro | Patrika News

दुकान खुली दिखी तो कांग्रेसी बोली 100 रुपए लीटर पेट्रोल अच्छा है क्या

locationबुरहानपुरPublished: Feb 20, 2021 10:47:15 pm

Submitted by:

ranjeet pardeshi

– दोपहर तक रहा बंद का असर- मंहगाई का विरोध- बस स्टैंड, सब्जी मंडी की दुकानें कराइ बंद- महात्मा गांधी के नाम दिया ज्ञापन

 If the shop is open then the Congress bid 100 rupees a liter of petrol is good

If the shop is open then the Congress bid 100 rupees a liter of petrol is good

बुरहानपुर. सब्जी मंडी में जब एक व्यापारी ने शटर नहीं गिराया तो कांग्रेस अध्यक्ष अजय रघुवंशी ने कहा कि मंहगाई से जनता परेशान है, क्या आप को 100 रुपए लीटर पेट्रोल खरीदना अच्छा लग रहा है। मंहगाई के खिलाफ बंद में साथ नहीं देेंगे मंहगाई ओर बढ़ेगी। सब्जी मंडी की दुकानें बंद कराने के बाद कांग्रेस बाहर निकले ही थे कि फिर से दुकानें खुलना शुरू हो गई। बस स्टैंड क्षेत्र में भी होटल और अन्य दुकानें खुली मिलने पर कांग्रेसियों ने गुलाब और हाथ जोड़कर बंद कराया। बाद में कांग्रेस बाइक रैली के रूप में भी घूमते रहे।
मंहगाई के विरोध में कांग्रेस द्वारा किए गए बंद के आह्वान का असर मिला जुल रहा। एक दिन पहले कांग्रेसी बाजार में निकलकर बंद की अपील की थी, कांग्रेसी जब सुबह रैली के रूप में निकले तो कभी फूल देकर तो कभी हाथ जोड़कर दुकाने बंद करवाई।
शहर बंद को सफ ल बनाने के लिए शनिवार सुबह 9 बजे कांग्रेसी इकबाल चौक पर जमा हुए। बाजार में खुली दुकानों को बंद कराने के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता निकले तो खुली दुकानों के शटर गिरना शुरू हो गए थे। बाजार में जो दुकानें खुली मिली तो दुकानदारों को गुलाब का फूल देकर बंद कराया गया। हाथ जोड़कर दोपहर 2 बजे तक दुकान बंद रखने का आह्वान किया। हालांकि मुख्य बाजार की कई दुकानों के दोपहर तक ताले नहीं खुले।
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मंहगाई के विरोध में महात्मा गांधी के नाम ज्ञापन
कांग्रेसियों ने दोपहर 12.30 बजे मंहगाई के विरोध में गांधी चौक में महात्मा गांधी के नाम ज्ञापन उनकी प्रतिमा के पास रखा। कांग्रेसियों ने कहा मंहागाई के विरोध में शासन और राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देने के बाद भी कुछ नहीं हुआ। इस लिए मजबूर होकर अपना आजादी दिलाने वाले महात्मा गांधी को ही ज्ञापन दिया गया है। क्योंकि भाजपा सरकार फिर से देश को गुलाम बनाने का प्रयास कर रही है। गुजरात के दो व्यापारी ने राजनीति में आकर देश पर कब्जा कर बैठे। इस दौरान ग्रामीण जिलाध्यक्ष किशोर महाजन, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अकिल औलिया, अमर यादव, अजय उदासीन, इस्माइल अंसारी, दगडू चौकसे, वाजिद इकबाल अन्य मौजूद थे।

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