्रएड्स की साल दर साल रिपोर्ट
वर्ष जांच पॉजीटिव पुरुष महिला
2006 645 109 82 27
2007 2852 184 101 83
2008 2690 129 60 69
2009 4051 148 89 59
2010 4170 120 62 58
2011 4788 87 51 36
2012 7445 89 55 34
2013 7428 84 55 29
2014 9146 118 57 61
2015 8198 72 43 29
नवंबर 16 7986 63 42 22
टोटल 59545 1204 697 506
उम्रवार की स्थिति
आयु पुरुष महिला योग
0-14 40 37 77
15-24 58 97 155
25-34 260 214 474
35-49 252 126 378
50+ 86 34 120
योग 696 508 1204
एड्स मरीज घबराए नहीं
नोडल अधिकारी डॉ. हर्ष वर्मा ने कहा कि एड्स होने पर मरीज घबराए नहीं। दवाई लेने पर पीडि़त जिंदा रह सकता है। बुरहानपुर में सभी सुविधाएं दी जा रही है। आसानी से दवाई उपलब्ध हो जाती है। सीडी-4 की जांच मशीन भले ही न हो, लेकिन खंडवा में सेंपल लेकर जाकर जांच हो जाती है। नए अस्पताल में यह सुविधा भी शुरू हो जाएगी।
– बीमारी की रोकथाम के लिए जनचेतना आना चाहिए। केवल एक दिन रैली निकालकर जानजाग्रति लाना संभव नहीं है। इसके लिए आए दिन आयोजन करना जरूरी है। – मनोज अग्रवाल, समाज सेवी
– एड्स की रोकथाम के लिए जगह-जगह शिविर चल रहे हैं। जहां नए मरीज भी मिले हैं। अब बुरहानपुर में आसानी से इसका इलाज के लिए दवाई मिल रही है। – डॉ. हर्ष वर्मा, नोडल अधिकारी एड्स नियंत्रण केंद्र
20 गर्भवती महिलाएं एड्स पॉजीटिव
13 बच्चों की सुरक्षित डिलेवरी कराई
18 माह बाद पता चलता हैशिशु में एड्स की स्थिति
161 की मौत 4 साल में
38 ने अप्रैल 15 से अब तक में तोड़ा दम
वर्ष जांच पॉजीटिव पुरुष महिला
2006 645 109 82 27
2007 2852 184 101 83
2008 2690 129 60 69
2009 4051 148 89 59
2010 4170 120 62 58
2011 4788 87 51 36
2012 7445 89 55 34
2013 7428 84 55 29
2014 9146 118 57 61
2015 8198 72 43 29
नवंबर 16 7986 63 42 22
टोटल 59545 1204 697 506
उम्रवार की स्थिति
आयु पुरुष महिला योग
0-14 40 37 77
15-24 58 97 155
25-34 260 214 474
35-49 252 126 378
50+ 86 34 120
योग 696 508 1204
एड्स मरीज घबराए नहीं
नोडल अधिकारी डॉ. हर्ष वर्मा ने कहा कि एड्स होने पर मरीज घबराए नहीं। दवाई लेने पर पीडि़त जिंदा रह सकता है। बुरहानपुर में सभी सुविधाएं दी जा रही है। आसानी से दवाई उपलब्ध हो जाती है। सीडी-4 की जांच मशीन भले ही न हो, लेकिन खंडवा में सेंपल लेकर जाकर जांच हो जाती है। नए अस्पताल में यह सुविधा भी शुरू हो जाएगी।
– बीमारी की रोकथाम के लिए जनचेतना आना चाहिए। केवल एक दिन रैली निकालकर जानजाग्रति लाना संभव नहीं है। इसके लिए आए दिन आयोजन करना जरूरी है। – मनोज अग्रवाल, समाज सेवी
– एड्स की रोकथाम के लिए जगह-जगह शिविर चल रहे हैं। जहां नए मरीज भी मिले हैं। अब बुरहानपुर में आसानी से इसका इलाज के लिए दवाई मिल रही है। – डॉ. हर्ष वर्मा, नोडल अधिकारी एड्स नियंत्रण केंद्र
20 गर्भवती महिलाएं एड्स पॉजीटिव
13 बच्चों की सुरक्षित डिलेवरी कराई
18 माह बाद पता चलता हैशिशु में एड्स की स्थिति
161 की मौत 4 साल में
38 ने अप्रैल 15 से अब तक में तोड़ा दम