बुरहानपुर. यूक्रेन में फंसी बुरहानपुर के शाहपुर की रहने वाली एमबीबीएस की छात्रा रश्मि सूर्यवंशी सोमवार दोपहर जैसे ही ट्रेन से उतरी मां तुलसीबाई रो पड़ी और बेटी को गले लगा लिया। बेटी कहती रह मां मैं आ गई हूं। यह पल देख यहां खड़े लोगों की भी आंखे भर आई। मां बोली भारत में सरकार बेटी की डिग्री पूरी करवा दे।
सोमवार दोपहर 3.40 पर कुशी नगर एक्सप्रेस से रश्मिी भोपाल से बुरहानपुर पहुंची। इसके पहले वह रोमानिया से रविवार सुबह दिल्ली आ गई थी। यहां से वह भोपाल पहुंची और फिर अपने घर बुरहानपुर लौट आई। रश्मि ने कहा कि जब युद्ध के हालात पैदा हो रहे थे तो हम वापस आना चाहते थे। लेकिन यूनिवर्सिटी से कहा कि यहां 100 फीसदी अटेंडेंस जरूरी हैं। युद्ध जैसी कोई स्थिति नहीं बनेगी। लेकिन कुछ दिन बाद ही युद्ध के हालात पैदा हो गए। 5 मार्च का मेरा टिकट था, लेकिन फ्लाइट्स कैंसिल हो गई थी।
बस के आगे तिरंगा लगाया और निकल पड़े
रश्मि ने बताया कि कंसल्टेंसी एजेंसी ने हमारे लिए बस की व्यवस्था की। इसके आगे हमारे देश का तिरंगा लगाया और निकल पड़े। हमें बोल दिया गया था कि कोई हमला हो तो बस नीचे झुक जाना। जिस दिन हम निकले उस दिन यूक्रेन ने कफ्र्यू भी हटा लिया था। लगातार 24 घंटे का सफर करने के बाद रोमानिया सीमा पहुंचे। यहां जांच के बाद रोमानिया में प्रवेश कर गए और दो दिन यहां कैंप में रहे।