सिंधीबस्ती चौराहे पर गुरुवार को एनसीसी कैडेट ने पुलिस जवानों का सहयोग करते हुए बेवजह बाहर घूम रहे वाहन चालकों को रोककर घरों में ही रहने की समझाइश दी। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए प्रशासन अब स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई के साथ देशभक्ति का जज्बा रखने वाले एनसीसी कैडेट का सहयोग ले रहा है। पुलिस जवानों के साथ शहरभर में एनसीसी कैडेट की भी ड्यूटी लगाई गई। सिंधीबस्ती चौराहें के साथ ही बैंकों के बाहर लगने वाली भीड़ को नियंत्रण करने और सोशल डिस्टेंसिं का पालन कराने के लिए एनसीसी कैडेट का सहयोग लिया जा रहा है।
तीन वर्ष की ट्रेनिंग ले चुके एनसीसी छात्र सैनिक दे रहे सेवा
एनसीसी के सैनिक छात्रों को तीन वर्ष तक भारतीय सेना के साथ एक सैनिक की ही तरह ट्रेनिंग दी जाती है। इसी कड़ी में नेपा थाने में एनसीसी के विद्यार्थियों को वैकल्पिक कार्य के लिए चुना गया है। इसके तहत विद्यार्थी गुरुवार से नगर में सेवा देनी शुरू कर दी है। पुलिस विभाग द्वारा चयनित किए गए छात्र सैनिकों में सीनियर अंडर ऑफिसर राजेंद्र मसाने, अंडर ऑफिसर मोहसीन मंसूरी, अमर कैथवास, सोमेश जगताप, अब्दुल काादिर, गुणशेखर नागवंशी, गुलाब भालेराव, सौरभ पाटिल, रोहित जाधव, किशोर सावकारे, सिद्धार्थ तायड़ेे, दीपक बावीस्कर, शेख अनीस, मोहमद अहसान शामिल है। राजेंद्र मसाने ने बताया कि एनसीसी के विद्यार्थियों को छात्र एकता और अनुशासन के उद्देश्य के साथ भारतीय सेना की निगरानी में विकट परिस्थितियों से निपटने की कठोर ट्रेनिग दी जाती है। इसमे छात्रों को फायरिंग, मैपरीडिंग, ओप्स्टिकल, हेल्थ एंड हाइजिंक, टेंट फिचिंग के साथ-साथ आपातकाल जैसी स्थिति में उत्पन्न होने वाली आमजन की परेशानी व मदद करने की ट्रेनिंग दी जाती है, जोकि किसी भी स्थिति में आसानी से मोर्चा संभाल सकते हंै। इसके लिए नगर के एनएसएस कैडिट को चयनित कर किया गया है।