इसके बाद पति ने घटना की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस के मौके पर पहुंचने के बाद नवविवाहिता का कोई सुराग नहीं मिला। दरअसल, कोगांवा के राहुल पटेल ने बताया कि वह अपनी पत्नी रूपाली के साथ पीथमपुर से आ रहा था। इस दौरान मंडलेश्वर-कसरावद मार्ग पर नर्मदा नदी के पुल पर दोनों रुके। रूपाली बाइक से उतरकर नर्मदा में पैसे चढ़ाने के लिए आगे बढ़ी और अचानक नदी में जा गिरी।
घबरा गया राहुल
पत्नी को नर्मदा गिरते देख राहुल घबरा गया। उसने घटना की सूचना थाने पर दी। उधर, प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि पुल की रेलिंग पर बैठकर फोटो खींचाने के चक्कर में महिला नदी में गिरी है। जब वह रेलिंग पर बैठी थी तब तेज हवा चली। झोंकों में उसका संतुलन बिगड़ गया और वह नदी में जा गिरी। पति ने थाने पर नर्मदा में रुपये चढ़ाते समय गिरने की बात बताई है।
मार्च में हुई थी शादी
जानकारी के मुताबिक कोगांवा निवासी राहुल और पीथमपुर निवासी रूपाली की शादी मार्च में ही हुई है। अभी उनकी शादी को महज चार-पांच माह ही हुए थे। नदी में गिरने के बाद राहुल के मोबाइल से रूपाली के जो फोटो मिले हैं। उससे भी लगता है कि वह हवा के तेज झोंके में ही नदी मेें गिरी है।
जानकारी के मुताबिक कोगांवा निवासी राहुल और पीथमपुर निवासी रूपाली की शादी मार्च में ही हुई है। अभी उनकी शादी को महज चार-पांच माह ही हुए थे। नदी में गिरने के बाद राहुल के मोबाइल से रूपाली के जो फोटो मिले हैं। उससे भी लगता है कि वह हवा के तेज झोंके में ही नदी मेें गिरी है।
ऐसे कई हादसे हुए
मध्यप्रदेश में भारी बारिश की वजह से नदिया ऊफान पर हैं। ऐसे में पूरे प्रदेश में ऐसे कई हादसे सामने आ रहे हैं। लोग नदी के करीब जाकर फोटो और सेल्फी ले रहे हैं। मंदसौर में भी तीन दिन पहले सेल्फी लेने के चक्कर में एक प्रोफेसर का परिवार बह गया था। जिसमें उनकी पत्नी और बेटी की मौत हो गई थी। इसके साथ ही प्रदेश के दूसरे हिस्से में भी ऐसी घटनाएं घटी हैं।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश की वजह से नदिया ऊफान पर हैं। ऐसे में पूरे प्रदेश में ऐसे कई हादसे सामने आ रहे हैं। लोग नदी के करीब जाकर फोटो और सेल्फी ले रहे हैं। मंदसौर में भी तीन दिन पहले सेल्फी लेने के चक्कर में एक प्रोफेसर का परिवार बह गया था। जिसमें उनकी पत्नी और बेटी की मौत हो गई थी। इसके साथ ही प्रदेश के दूसरे हिस्से में भी ऐसी घटनाएं घटी हैं।
गौरतलब है कि पिछले चार-पांच दिनों से लगातार बारिश हो रही है। जबलपुर से लेकर ओंकारेश्वर तक बने विभिन्न बांधों का पानी भी छोड़ा गया है। इसके चलते नर्मदा में पानी का बहाव तेज और मटमैला है। तेज बहाव पानी में नवविवाहिता पानी में बहते हुए आगे निकल गई।