दरअसल मध्य प्रदेश के बुरहानपुर में एक युवक को रेल टिकट का रिफंड पाने के लिए कॉल करना महंगा पड़ गया। युवक ने गूगल पर जाकर रेलवे की हेल्पलाइन का नम्बर सर्च किया था और कॉल करके रिफंड की जानकारी मांगी, लेकिन कथित हेल्पलाइन से बात करने के बाद फोन-पे पर लिंक भेजी और लिंक पर क्लिक करते ही युवक के खाते से 9,999 रुपये पार हो गए।
युवक ने गूगल पर रेल टिकट रिफंड कस्टमर केयर का नंबर खोजा था। अब पता चला है कि वे सभी नंबर फर्जी थे। जिले के बहादरपुर के रहने वाले पवन सोलंकी ने रविवार को बुरहानपुर से सूरत जाने के लिए रिजर्वेशन किया था। उसने ने 2 टिकट बुक की थी लेकिन टिकट वेटिंग होने के चलते कनफर्म नहीं हुई और बुकिंग कैंसिल हो गई। रेलवे के द्वारा पवन के मोबाइल पर टिकट कैंसिल होने का मैसेज भी आ गया।
सोमवार को जब पवन ने कैंसिल टिकट के रिफंड की अपडेट जानने के लिए संपर्क करने का प्रयास किया और गूगल पर रेलवे का कस्टमर केयर का नंबर सर्च किया तो एक वेबसाइट खुली और उस पर लिखे नंबरों पर फोन करके रिफंड की जानकारी मांगी। फोन पर ठग ने 7 दिन बाद रुपये रिफंड होने की बात बताई और तुरंत रिफंड के लिए गूगल-पे या फोन-पे का पूछा तो युवक ने फोन काट दिया।
पवन ने फिर दूसरी बेवसाइट पर नंबर देखकर कॉल किया और इस तरह वह तीन अलग-अलग वेबसाइट पर दिए नंबरों पर कॉल करके रिफंड की जानकारी मांगते रहा। जब सभी नम्बरों पर एक ही प्रोसेस बताई तो पवन को विश्वास हो गया और उसने सबसे पहले फोन करने वाले को दोबारा कॉल फोन किया। ठग ने फोन-पे पर एक लिंक भेजी और उस पर क्लिक करते ही खाते से रुपए कट गए।
फोन-पे की लिंक में वाकायदा लिखा था ट्रेन रिफंड राशि। जब पहली बार क्लिक किया तो 24,998 रुपये रिफंड बताया लेकिन क्लिक करन के बाद प्रोसेस फेल हो गया। जब दूसरा मैसेज आया तो उसमें 9,999 रुपये का रिफंड लिखा था और जैसे ही क्लिक किया पिन नम्बर मांगने लगा, पिन डालते ही अकाउंट से रुपये कट गए। रुपए कटने के बाद उसी नबंर पर फिर से फोन किया तो ठग ने गलती से पैसे कटने बताया और एक और लिंक भेज दी।अब युवक ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच कर शिकायत दर्ज कराई है।