बुधवार दोपहर 12 बजे कलेक्टर प्रवीण सिंह, अपर कलेक्टर कैलाश वानखेड़े के साथ प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण करने के लिए पहुंचे। मतदान केंद्रों पर उपस्थित दलों की संख्या और मतदान कर्मियों की जानकारी लेने के बाद प्रोजेक्टर पर दिए जा रहे प्रशिक्षण को देखा। मतदान प्रशिक्षण केंद्र पर बैठे पीठासीन अधिकारियों और कर्मचारियों से सवाल किए, लेकिन कोई भी कर्मचारी कलेक्टर के सवालों का जवाब नहीं दे पाया। एक बूथ के पीठासीन अधिकारी नंबर 2 को यह तक नहीं पता था कि मतदान शुरू होने से कितने घंटे पहले मॉकपोल कराना है। कलेक्टर के सामने कंट्रोल यूनिट से इवीएम और वीवीपैट मशीन को भी नहीं जोड़ पाए। यह देखकर कलेक्टर नाराज हुए कर्मचारियों को फटकार लगाई।
3 कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस होगी कार्रवाई
मतदान दल में शामिल वन विभाग के बाबू से कलेक्टर ने गणित के सवाल किए तो वह घबरा गया। मॉकपोल का समय पूछा तो नहीं बताए पाए। एक कर्मचारी से पूछा कि अगर कोई मतदान के दौरान मशीन पर आपत्ति लेता है तो क्या करे, लेकिन कलेक्टर को कर्मचारियों ने गलत जवाब दिए। कलेक्टर ने कहा कि यह आप का तीसरी बार प्रशिक्षण है अगर ऐसा ही रहता तो हम मतदान कैसे कराएंगे। कलेक्टर ने तीनों कर्मचारियों को शोकॉज नोटिस जारी कर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।