कोविड के बाद ट्रेनों में रिजर्वेशन टिकट से ही यात्राएं होने से स्टेशन पर यात्रियों की संख्या भी कम हो गई है। रेलवे अफसरों के अनुसार 26 जून से जनरल टिकट की व्यवस्था पूरी तरह से शुरू होगी। स्टेशन काउंटर से जनरल टिकट लेकर यात्री सुपरफास्ट और एक्सप्रेस ट्रेनों के अनारक्षित कोच में बैठकर यात्रा करने की मंजूरी मिली है। रेल मंत्रालय की तरफ से पहले नोटिफिकेशन जारी किया गया था। अब व्यवस्थाओं को लेकर आदेश आए हैं, साथ ही स्टेशन से जनरल टिकट की रिजर्वेशन बुकिंग भी पिछले डेढ़ माह से बंद कर दी गई है।
कोविड के चलते बदले नियम
रेलवे ने कोरोना संक्रमण के चलते नियमों में बदलाव किया था। 2 सालों से स्टेशन के टिकट काउंटर से जनरल टिकट बंद होने से यात्रियों की संख्या पर भी असर हुआ। संक्रमण का असर कम होने के बाद गाइडलाइन में बदलाव कर जनरल टिकट से यात्रा शुरू की जा रही है। स्टेशन टिकट की खपत अधिक है। स्टेशन से 2 से 3 हजार जनरल टिकट की बिक्री होती है। मुंबई, भिवंडी, नासिक, भुसावल, जलगांव, खंडवा, भोपाल, इटारसी समेत अन्य स्टेशनों के लिए बड़ी मात्रा में जनरल टिकट खरीदते हैं।
पांच ट्रेनों के स्टापेज की मांग
10 लाख की जनसंख्या वाले शहर धार्मिक, उद्योगिक, व्यापारी और शैक्षणिक, कृषि क्षेत्र में अपनी अलग पहचान रखता है। वर्तमान में स्टेशन पर अपडाउन में करीब 40 ट्रेनों का स्टापेज है। स्टेशन से गुजरने वाले कई ट्रेनों का स्टापेज नहीं होने से यात्रियों को भुसावल, खंडवा पहुंचकर ट्रेनों में बैठ रहे हैं। रेलवे संघर्ष समिति अध्यक्ष हमीदभाई सुपारीवालास, मीडिया प्रभारी दीपक जयसिंघानी ने बताया कि लंबे समय से 5 ट्रेनों की मांग की जा रही है। इनका स्टापेज मिलने से यात्रियों को सुविधा मिलेगी। साथ ही इस रूट पर शहर से अधिक यात्री सफर करते हैं। कोविड के समय से भुसावल, नागपुर व्हाया इटारसी एक्सप्रेस को बंद कर दिया गया। उसे भी फिर से शुरू करने की मांग की जा रही है।