script

दिन में बदल रहे रेलवे पटरी के स्लीपर, रात में ब्लॉक लेकर मशीन से पेकिंग

locationबुरहानपुरPublished: Dec 16, 2019 12:10:16 pm

Submitted by:

ranjeet pardeshi

– पुराने स्लीपर को बदला

Railway track sleepers changing by day, peking from machine with blocks at night

Railway track sleepers changing by day, peking from machine with blocks at night

बुरहानपुर. मध्य रेलवे के जीएम संजय मित्तल २७ दिसंबर को बुरहानपुर दौरे पर आ रहे हैं। उनके आने से पहले किसी स्टेशन को चकाचक करने का काम चल रहा है। स्टेशन के प्लेट फार्म नंबर १ की रेलवे पटरी पर जो स्लीपर जर्जर हो चुके हैं, उन्हें बदलने का काम शुरू हो गया। दिन में गिट्टी निकालकर स्लीपर बदल रहे हैं, रात में दो घंटे का ब्लॉक लेकर इसकी बेहतर ढंग से मशीन से पेकिंग की जा रही है।
रेलवे स्टेशन को मॉडल स्टेशन के रूप में बनाकर इसकी तस्वीर बदली जा रही है। यह काम निर्माणाधीन है, लेकिन स्टेशन पर रेलवे ट्रेक से लेकर तकनीकी खामियां नजर न आए, इसलिए पूरी तरह से इसे भी फीट किया जा रहा है। पटरी पर जो स्लीपर खराब नजर आ रहे थे, उन्हें बदलने का काम शुरू हो गया। छह से सात स्लीपर ऐसे पाए गए जो बदलने की स्थिति में थे, इसलिए इन्हें बदलने का काम तकनीकी टीम ने शुरू कर दिया। पुराने स्लीपर को निकालने के लिए पहले गिट्टी हटाई जा रही है, फिर यहां पर नए स्लीपर को बदला जा रहा है।
रात में चलती है पेकिंग मशीन
दिन में स्लीपर बदलने के बाद रात में मशीन चलाकर इसकी अच्छे से पेकिंग की जा रही है। इस मशीन से नए स्लीपर, गिट्टी और ट्रैक में बेहतर ढंग से आपस में जोड़ा जाता है। पहले सब्बल से गिट्टी अंदर तक डालकर मेन्यूअली काम करते थे, लेकिन अब मशीन से यह काम होता है। इसके लिए रात में जब ट्रेक पर ट्रेन आने का समय नहीं रहता है, उस समय दो घंटे का ब्लॉक लेकर यह मशीन चलाई जाती है, ताकि ट्रेन भी प्रभावित न हो और काम भी हो जाए।
सामान्य मेंटनेंस बताया
रेलवे ने स्लीपर बदलने से लेकर तकनीकी संसाधनों के मेंटेनेंस के इस काम को सामान्य बताया। कहा कि यह काम समय समय पर होता रहता है। रेलवे पटरी के स्लीपर भी इनमें खराबी होने पर बदल दिए जाते हैं। रविवार को दिनभर मजदूर यहां काम करते नजर आए।
यह हो रहे स्टेशन पर काम
महाराष्ट्र की सीमा पर बसे बुरहानपुर रेलवे स्टेशन को रेल मंत्रालय ने मॉडल रेलवे स्टेशन योजना में शामिल किया है। दो मंजिला स्टेशन का निर्माण हो रहा है। ६० फीसदी से अधिक यहां काम हो चुका है। सागर टॉवर के पास मुख्य द्वार बनाए गए हैं। स्टेशन का एलिवेशन भी प्राचीन शहर के रूप में होगा। नए फुट ओवर ब्र्रिज, स्टेशन पर अफसरों के लिए नए चेंबर, यात्री प्रतीक्षालय बनाया गया है। निर्माण की निगरानी के लिए लगातार डीआरएम के दौरे चल रहे हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो