जिले में ताप्ती नदी, पांडारोल नाला और अमरावती नदी के किनारे निवासरत लोगों को बाढ़ का खतरा होता है। बारिश के मौसम में इन नदियों में कभी भी बाढ़ आ जाती है। पिछले साल को छोड़ दे तो हर साल यह स्थिति बनती रही।
इन क्षेत्रों में चिन्हित है मकान
क्षेत्र प्रभावित परिवार
नागझिरी घाट 50
पीपल घाट 60
खातूघाट 60
राजघाट 40
सतियारा घाट 60
आजाद नगर 40
पांडारोल नाला 25
अमरावती नदी 25 24 घंटे में ताप्ती जल स्तर की स्थिति ताप्ती जल आयोग के मुताबिक लगातार बारिश के कारण सोमवार रात 9 बजे से ताप्ती नदी का जल स्तर बढऩा शुरू हुआ। मंगलवार दोपहर तक ताप्ती का पानी 223.300 मीटर तक पहुंच गया, जो ताप्ती के खतरे के निशान से ढाईमीटर ऊपर है।हालांकि दोपहर बाद ताप्ती का पानी थमा रहा।ताप्ती का खतरे का निशान 220.800 है। जबकि जीरो गेज 213.00 है।
क्षेत्र प्रभावित परिवार
नागझिरी घाट 50
पीपल घाट 60
खातूघाट 60
राजघाट 40
सतियारा घाट 60
आजाद नगर 40
पांडारोल नाला 25
अमरावती नदी 25 24 घंटे में ताप्ती जल स्तर की स्थिति ताप्ती जल आयोग के मुताबिक लगातार बारिश के कारण सोमवार रात 9 बजे से ताप्ती नदी का जल स्तर बढऩा शुरू हुआ। मंगलवार दोपहर तक ताप्ती का पानी 223.300 मीटर तक पहुंच गया, जो ताप्ती के खतरे के निशान से ढाईमीटर ऊपर है।हालांकि दोपहर बाद ताप्ती का पानी थमा रहा।ताप्ती का खतरे का निशान 220.800 है। जबकि जीरो गेज 213.00 है।
उल्लेखनीय है कि जिस प्रकार से बारिश हो रही थी, उससे ऐसा लग रहा था कि इस वर्ष सूखे जैसी स्थिति हो जाएगी। किसानों को चिंता सताने लगी लगी। लेकिन पिछले हफ्ते से जिस प्रकार बारिश हुई उससे किसानों के चेहरे खिल गए।
चार सालों में बारिश में बढ़ा ताप्ती का पानी
वर्ष जल स्तर
5 अगस्त 2015 232.500
12 जुलाई 2016 227.700
25 अगस्त 2017 219.550
21 अगस्त 2018 223.300 24 घंटे में बारिश की स्थिति
बुरहानपुर 36.8 एमएम
नेपानगर 67.0 एमएम
खकनार 71.2 एमएम
वर्ष जल स्तर
5 अगस्त 2015 232.500
12 जुलाई 2016 227.700
25 अगस्त 2017 219.550
21 अगस्त 2018 223.300 24 घंटे में बारिश की स्थिति
बुरहानपुर 36.8 एमएम
नेपानगर 67.0 एमएम
खकनार 71.2 एमएम