सांसद और अन्य जनप्रतिनिधियों की उदासीनता से नगर के लोगों में जबरदस्त आक्रोश है। काशी और कामायनी एक्सप्रेस ट्रेनों से शहर का व्यापार भी काफी हद तक चलता है, लेकिन पहले काशी और बाद में कामायनी एक्सप्रेस ट्रेन बंद हो गई। लॉक डाउन के दौरान से ही बंद पठानकोट और झेलम एक्सप्रेस भी अब तक शुरू नहीं की गई है। ऐसे में अब नेपानगर में केवल दो ही ट्रेनें रूक रही है। जिसमें कुशीनगर और जनता एक्सप्रेस शामिल है।
सांसद को लिखा पत्र
मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी आईटी और सोशल मीडिया सेल के प्रदेश महासचिव धीरज करोसिया तीन ट्रेनों के स्टॉपेज बंद होने पर सांसद नंदकुमारसिंह चैहान को पत्र भेजा। इसमें कहा कि संसद सदस्य के रूप में आपका एक लंबा कार्यकाल रहा है और आप मध्यप्रदेश सहित देश के अनुभवी और बड़े राजनेताओं में शुमार हैं, लेकिन इसके बावजूद आपके संसदीय क्षेत्र में नेपानगर से प्रमुख ट्रेनों का स्टॉपेज बंद हो गया है, जिसमें काशी एक्सप्रेस, महानगरी और कामायनी एक्सप्रेस प्रमुख हैं। इन ट्रेनों का स्टॉपेज उस समय बंद हुआ है, जबकि आप सेंट्रल रेलवे बोर्ड के प्रमुख हैं। बावजूद इसके नेपानगर के साथ ये अन्याय हो रहा है। इससे नेपानगर की जनता को परेशानियां हो रही है और नेपानगर के जनमानस में आपकी छवि एक निष्क्रिय सांसद के रूप में बन रही है। इसलिए इस जनहित से जुड़ी समस्या को शीघ्र हल करने की कृपा करें।
डीआरएम के नाम स्टेशन प्रबंधक को सौंपा ज्ञापन
ट्रेनों के स्टॉपेज बंद किए जाने से आहत आम लोगों, कांग्रेस नेताओं ने मंगलवार दोपहर स्टेशन पहुंचकर डीआरएम के नाम एक ज्ञापन स्टेशन प्रबंधक आसाराम नागवंशी को सौंपा। इसमें कहा गया कि नगर से यह सुविधा छिन जाने से व्यापार, व्यवसाय पर सीधा असर पड़ेगा। इससे पहले काशी एक्सप्रेस बंद की गई। झेलम एक्सप्रेस को भी बंद किया गया। अब कामायनी और महानगरी ट्रेन की सुविधा भी छीन ली गई। जबकि ट्रेनें दूसरे छोटे स्टेशनों पर रूक रही है। इस दौरान कांग्रेस नेता सोहन सैनीए विनोद पाटिल, एसके दास सहित अन्य मौजूद थे।
ट्रेनों के स्टॉपेज बंद ही करना था तो क्यों हो रहे करोड़ों के विकास कार्य
ट्रेनों के स्टॉपेज बंद होने से आमजन में जबरदस्त नाराजगी है। व्यापारी वर्ग भी खफ ा है। सोशल मीडिया पर भी इसका विरोध देखा जा रहा है। लोगों का कहना है कि जब नेपानगर रेलवे स्टेशनन पर स्टापेज बंद ही किए जाने थे तो यहां करोडों के विकास कार्य क्यों कराए जा रहे हैं।