दोनों पार्टियोंं ने तैयार की चुनावी रणनीति
बड़वानी. प्रदेश का सेंधवा विधानसभा क्षेत्र। सेंधवा से करीब 35 किमी दूर ग्रामीण क्षेत्र खुटवाड़ी। यहां खुटवाड़ी के अलावा बामन्या फलिया और ***** सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता मतदान करने आते हैं। यह क्षेत्र परंपरागत तौर पर कांग्रेस का ही माना जाता है। पूर्व विधायक ग्यारसीलाल रावत का गांव हिंगवा और यहां से कुछ दूरी पर खुटवाड़ी हैं। ऐसे में यहां कांग्रेस को Óयादा वोट अब तक आसानी से मिलते आए हैं। यहां वैसे तो कोई बड़ी डिमांड या समस्या नहीं है, लेकिन मतदाताओं का आरोप है कि कांग्रेस को सबसे Óयादा वोट मिले लेकिन उम्मीदवार हार गया। ऐसे में परंपरागत क्षेत्र होने के कारण बीजेपी ने कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि यहां की जनता पहले से ही अपने हकों के लिए लडऩे वाली रही है और फिलहाल यहां कोई बड़ी समस्या नहीं है।
बड़वानी. प्रदेश का सेंधवा विधानसभा क्षेत्र। सेंधवा से करीब 35 किमी दूर ग्रामीण क्षेत्र खुटवाड़ी। यहां खुटवाड़ी के अलावा बामन्या फलिया और ***** सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्र के मतदाता मतदान करने आते हैं। यह क्षेत्र परंपरागत तौर पर कांग्रेस का ही माना जाता है। पूर्व विधायक ग्यारसीलाल रावत का गांव हिंगवा और यहां से कुछ दूरी पर खुटवाड़ी हैं। ऐसे में यहां कांग्रेस को Óयादा वोट अब तक आसानी से मिलते आए हैं। यहां वैसे तो कोई बड़ी डिमांड या समस्या नहीं है, लेकिन मतदाताओं का आरोप है कि कांग्रेस को सबसे Óयादा वोट मिले लेकिन उम्मीदवार हार गया। ऐसे में परंपरागत क्षेत्र होने के कारण बीजेपी ने कोई ध्यान नहीं दिया। हालांकि यहां की जनता पहले से ही अपने हकों के लिए लडऩे वाली रही है और फिलहाल यहां कोई बड़ी समस्या नहीं है।