बुरहानपुर. कोरोना कफ्र्यू में ढील को लेकर चल रही चर्चा के बीच मुख्यमंत्री ने जिला क्राइसेस मेनेजमेंट समिति पर यह निर्णय छोड़ दिया है। बुरहानपुर में कोरोना का आंकड़ा तो नियंत्रण में है, लेकिन ढील जैसे हालात नहीं है। क्योंकि अब भी 250 से अधिक एक्टिव केस बुरहानपुर में है।
कोरोना कफ्र्यू में ढील मिलती भी हैं, तो प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बाजार में भीड़ को रोकना होगी। महाराष्ट्र से आने वाले यात्रियों को रोकना है। लेकिन प्रशासन ने साफ कहा कि आगे भी शादियों पर प्रतिबंध रहेगा और बाहर से आने वाले यात्रियों और प्रवासियों पर पूरी तरह नजर है। इनकी सूची तैयार कर इन्हें क्वॉरंटीन करते हैं। सेंपल के बाद ही इन्हें घर भेजते हैं, और आगे भी यह प्रक्रिया जारी रहेगी। मृत्यु में अंतिम संस्कार का जो प्रोटोकॉल है, वह नियम बना रहेगा। सर्दी खांसी के मरीजों को क्वॉरंटीन की प्रक्रिया आगे भी जारी रहेगी।
दूसरी लहर में गांव अधिक चपेट में
कोरोना की दूसरी लहर ने इस बार ग्रामीण क्षेत्रों को सबसे ज्यादा अपनी चपेट में लिया है। अब भी कई गांव ऐसे हैं, जो रेड जोन में है। यहां कोरोना की रफ्तार पर प्रशासन ने रोक तो लगाई है, लेकिन खतरा अभी टला नहीं है। बताया जा रहा है कि जिले से बड़ी संख्या में मजदूर दिवाली पर गुजरात और महाराष्ट्र में ईट के भट्टों पर काम करने के लिए जाते हैं, जो बारिश शुरू होते ही वापस लौट आते हैं।
यह गांव रेड जोन –
बुरहानपुर शहर- लालबाग, इंदिरा कॉलोनी, संजय नगर, शिकारपुरा, सिलमपुरा, सिंधीबस्ती, आदर्श कॉलोनी, नागझिरी, डाकवाड़ी, बुधवारा, दाउदपुरा, किला रोड, राजपूरा, रास्तीपुरा, सिंधीपुरा क्षेत्र रेड जोन में है।
नेपानगर- नेपानगर, सात नंबर गेट एरिया, ई टाइप नगर, वार्ड 2 रेड जोन में।
खकनार जनपद- अंबाड़ा, खकनार, सांडसकला, डोइफाडिय़ा, तुकईथड़, सारोला, बदनापुर, सीवल, डाबियाखेड़ा, गुलई, नावरा, सांईखेड़ा और शंकरपुरा यह खकनार क्षेत्र के गांव है।
बुरहानपुर जनपद- निंबोला, नाचनखेड़ा, बोदरली, दापोरा, मोरखेड़ा, मोहम्मदपुरा, खामनी, बड़सिंगी, चापोरा, इच्छापुर, जैनाबाद, बख्खारी, खारी, फोपनार, भावसा, डोंगरगांव, झिरी, लोधीपुरा, पातोंडा, बसाड़, चौंडी, धामनगांव, धूलकोट, लोनी, मोहद रेड जोन में है।