बुरहानपुर

दलालों के हवाले आरटीओ दफ्तर, अफसर की सांठगांठ से चल रहा खेल

– दिनभर आरटीओ कार्यालय परिसर में घूमते हैं एजेंट – 500 के लाइसेंस के 1500 का शुल्क

बुरहानपुरDec 09, 2017 / 01:03 pm

ranjeet pardeshi

The RTO office handed over to the brokers the game running from the

बुरहानपुर. जिला मुख्यालय से सात किमी दूर हुए आरटीओ कार्यालय में दलालों की मौज हो गई। अब जिम्मेदार अफसरों की नजर से दूर होने से पूरा कार्यालय दलाल के हवाले हो गया है। एजेंट अब कार्यालय में बैठकर लाइसेंस बनाने का काम कर रहे हैं। इसमें आरटीओ अधिकारी की भी सांठगांठ है, इसलिए इन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है। ५०० के लाइसेंस के १५०० का शुल्क वसूला जा रहा है।
बिरोदा रोड पर सुबह ११ से शाम ५ बजे तक कभी भी जाओ एजेंट इसके आसपास घूमते मिलेंगे। ऐसे एक दो नहीं बल्कि दस से अधिक एजेंट है, जो लाइसेंस बनाने का काम कर रहे हैं। जैसे ही यहां पर कोई व्यक्ति आता है एजेंट इसके पास पहुंच जाता है। जब पूछने पर कोई लाइसेंस बनाने के लिए कहता हैं, तो दलाल झट कहता है कि ऐसे में तो तुम महीनों घूमते रहोंगे। जल्दी लाइसेंस बनाना हो तो बताओ। ज्यादा शुल्क भी नहीं लगेगी। यह बात सुनकर आवेदनकर्ता उसे अपने दस्तावेज दे देता है।
शुक्रवार दोपहर १ बजे जब पत्रिका ने पड़ताल की तो पता चला दलाल यहां के बाबू बन गए हैं। अफसरों से भी सांठगांठ इनती की कार्यालय में घुसकर कागजों को चेक लेते हैं। यहां पर लाइसेंस बनाने के लिए खकनार से आए राजेश महाजन से पूछा लाइसेंस सीधे कार्यालय में बनाने आए हो या एजेंट से तो कहा कि एजेंट को रुपए दे दिए है। उसने कार्यालय पर फोटो के लिए बुलाया है। पूरी कार्रवाई उसने कर ली है।
एजेंट के इशारे पर चलती है परीक्षा
लाइसेंस बनाने के लिए ऑनलाइन परीक्षा ली जाती है। जब आवेदनकर्ता को परीक्षा देने के लिए कम्प्यूटर पर बैठाया जाता है, तो एजेंटों के ईशारे पर यह प्रश्नों के हल करता है। यह परीक्षा के समय बाबूओं के पास ही एजेंट खड़े रहते हैं, लेकिन उन्हें इस समय भी बाहर नहीं किया जाता।
यह है निर्धारित शुल्क
टू प्लस फोर लर्निंग का शुल्क ४२४ रुपए
टू प्लस फोर स्थाई लाइसेंस के १०७४ रुपए
हेवी लाइसेंस के २६०० रुपए का शुल्क है
दलाल वसूलते हैं शुल्क
टू प्लस फोर लर्निंग का शुल्क १ हजार रुपए
टू प्लस फोर स्थाई लाइसेंस के १८०० रुपए
हेवी लाइसेंस के ३५०० रुपए का शुल्क है
१० से अधिक एजेंट
एजेंटों के माध्यम से लाइसेंस बनाने का काम इतना फल फूल रहा है कि इनकी संख्या भी बढ़ती जा रही है। अब दस से अधिक एजेंट लाइसेंस बनाने का काम कर रहे हैं।
२०१२ से अब तक की स्थिति
१ दिन में १० से अधिक लाइसें बनते हैं।
२५६४८ स्थाई लाइसेंस अब तक बने
२९९३५ लर्निंग लाइसेंस बने हैं।

एजेंटों से बचे सीधे करें आवेदन
अगर आपको लाइसेंस बनाना है, तो सीधे आरटीओ कार्यालय में जाकर आवेदन कर सकते हैं। यहां पर कोई बाबू या अफसर एजेंटों के माध्यम से लाइसेंस बनाने की बात करें तो इसकी शिकायत कलेक्टर से की जा सकती है। आवेदन यहां पर देकर लाइसेंस बनाए या फिर एमपी ट्रांसपोर्ट की साइड पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करें।

– एजेंटों के माध्यम से लाइसेंस नहीं बनते हैं। लोग सीधे आते हैं। ऐसा है, तो हम कार्रवाई करेंगे। – सुरेंद्र गौतम, आरटीओ अधिकारी

Home / Burhanpur / दलालों के हवाले आरटीओ दफ्तर, अफसर की सांठगांठ से चल रहा खेल

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.