बाघ के होने की पुष्टि होने तक विभाग इसे तंदुआ ही मान रहा था, लेकिन बाघ का जंगल में घूमते हुए फोटो और विडियो वायरल होने के बाद अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की। क्षेत्र में बाघ के होने की घटना सामने आने के बाद से रहवासी सकते में पड़ गए। यहां अधिकांश किसान ही रहते हंै। दिगंबर काटे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद से हमने खेतो में जाना बंद कर दिया, लेकिन अधिक समय तक खेतों से दूर भी नहीं रह सकते। रहवासियों ने बताया कि हमारे द्वारा कई बार इसको लेकर विभागीय अधिकारियों को शिकायते की जा चुकी है, लेकिन अधिकारी आश्वासन देकर मामला शांत कर देते हंै। वहीं विभाग के रेंजर हमारा फोन भी नही उठाते हैं।
कर्मचारियों में बढ़ रहा असंतोष
कर्मचारी दबी जुबान बताते हैं कि बाघ जैसे खूंखार जानवर की निगरानी करने और उसे पकडऩे के लिए अधिकारियों द्वारा हमें भेजा जा रहा है, लेकिन यदि बाघ ने खेत में घूमते समय किसी कर्मचारी पर हमला कर दिया तो बड़ी जनहानि हो सकती है। बात विभाग के अधिकारियों तक भी पहुचाई जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
कर्मचारी दबी जुबान बताते हैं कि बाघ जैसे खूंखार जानवर की निगरानी करने और उसे पकडऩे के लिए अधिकारियों द्वारा हमें भेजा जा रहा है, लेकिन यदि बाघ ने खेत में घूमते समय किसी कर्मचारी पर हमला कर दिया तो बड़ी जनहानि हो सकती है। बात विभाग के अधिकारियों तक भी पहुचाई जा चुकी है, लेकिन कोई सुनवाई नहीं कर रहा है।
– आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है। समस्या को लेकर पूर्व में कलेक्टर प्रवीण सिंह को भी अवगत कराया गया था। किसी किसान को परेशानी नहीं होने देंगे। विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर उचित कार्रवाई करेंगे।
– विशा माधवानी, एसडीएम
– विशा माधवानी, एसडीएम
बीयू3011-12 : गश्त करते वन कर्मी।