इसके साथ करीब 100 लोगों का हुजूम था. बताते हैं कि ये आदिवासी महिला-पुरुष इकट्ठा होकर वन विभाग के डिपो से ये ट्रैक्टर लाए थे. ट्रैक्टर को वन विभाग ने जब्त कर लिया था जिसे ये लोग छुड़ा ले गए। जब्त ट्रैक्टर के आगे टायर ही नहीं थे, वहीं पीछे के टायर भी खराब थे। आदिवासियों ने ट्रैक्टर चालू किया और उसे ले गए.
ट्रैवलर और डंपर की भीषण भिड़ंत, सब्बल से बॉडी काटकर लोगों को निकाला
ट्रैक्टर को एक अन्य गाड़ी से खींचकर ले जाते लोग रास्ते भर नारेबाजी भी करते रहे। बताते हैं कि करीब 4 महीने पहले डवालीकला गांव के प्रेमसिंह के नए ट्रैक्टर से दुर्घटना हो गई थी जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद नेपानगर पुलिस ने ट्रैक्टर जब्त कर वन विभाग को सौंप दिया था। वन विभाग ने इसे वन मंडल के रेणुका डिपो पर रखवा दिया।
प्रेमसिंह पटेल ने बताया कि हादसे के इस मामले में राजीनामा हो गया। मृतक के परिजनों को 3 लाख रुपए दिए और जब मामला कोर्ट पहुंचा, तो कोर्ट ने ट्रैक्टर को प्रेमसिंह को देने को कहा। इसके बावजूद वनविभाग उसे ट्रैक्टर नहीं दे रहा था। ऐसे में प्रेमसिंह पटेल गांव के लोगों को लेकर रेणुका डिपो पहुंचा और अपना वाहन ले आया। बिना टायर—ट्यूब के ट्रैक्टर दौड़ाने का वीडियो भी वायरल हो गया है.
कार की पिछली सीट पर लेटी थी महिला, साड़ी उठाकर देखा तो खुल गया राज
आगे चल रहीं महिलाओं ने लाल झंडा लिए लिए हुआ था. डिपो में रखे ट्रैक्टर की हालत खराब हो चुकी थी. इसके दोनों टायर गायब थे लेकिन ट्रैक्टर स्टार्ट हो गया और सभी लोग इसे लेकर चल दिए। कुछ दूर जाकर ट्रैक्टर बंद हो गया, तो दूसरी गाड़ी की मदद से खींचकर ले गए।मामले की डीएफओ ने एसपी राहुल सिंह लोढ़ा को शिकायत जिसपर पुलिस ने 50 से ज्यादा लोगों पर केस दर्ज किया।