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शक्तिशाली इकोनॉमी के रूप में उभरता भारत, बैंकिंग, बीमा, पेंशन जैसी योजनाओं से मिल रहा बल

locationनई दिल्लीPublished: Jul 17, 2019 05:30:00 pm

Submitted by:

manish ranjan

संजय डालमिया, उद्योगपति, पूर्व राज्य सभा सांसद, समाजसेवी

Sanjay Dalmia

शक्तिशाली इकोनॉमी के रूप में उभरता भारत, बैंकिंग, बीमा, पेंशन जैसी योजनाओं से मिल रहा बल

नई दिल्ली। पिछले कुछ वर्षों में भारत ने अपने वैश्विक कद को तेजी से बढ़ाया है। धार्मिक असामानताओं को पीछे छोड़कर एक ‘एकजुट राष्ट्र’ के रूप में उभरा है। भारत अब तेजी से जाति, पंथ और धर्म से विभाजित एक देश से हटकर, लोक कल्याण के माध्यम से एकजुट हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों से भारत सरकार का उद्देश्य बड़े पैमाने पर समाज को लाभ देना और देश के गंभीर मुद्दों को हल करना है। विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा की गई विभिन्न पहलों ने जाति/धर्म के अंतर होने के बावजूद बार-बार भारतीय नागरिकों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है।
भारत की केंद्र और राज्य सरकार की बहुत सारी योजनाएं इस बात को साबित करती हैं जैसे बेरोजगारों के काम करने के लिए प्रत्येक घर में कम से कम 100 दिनों का रोजगार सुनिश्चित करना, मनरेगा, प्रधानमंत्री जीवनज्योति बीमा योजना (PMJJBY) समाज के निम्न आय वर्गों को लक्षित करती है। प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) का उद्देश्य बैंक खातों, रेमिटेंस, ऋण, बीमा और पेंशन जैसी और भी अनेक वित्तीय सेवाओं की पहुंच को आगे बढ़ाना है। समाजवादी पेंशन योजना ने यूपी में 45 लाख से अधिक महिलाओं की मदद की है। उत्तर प्रदेश सरकार की मुफ्त लैपटॉप योजना का उद्देश्य डिजिटल डिवाइड को दूर करना और राज्य के युवाओं को सशक्त बनाना था। उज्ज्वला योजना के तहत नागरिकों को काफी लाभ हुआ है। यह सब्सिडी सिलेंडर के फिटिंग शुल्क और सुरक्षा शुल्क को कवर करने के लिए है। तमिलनाडु सरकार द्वारा निर्मित अम्मा कैंटीन, समाज के वंचित लोगों के लिए रेस्तरां की एक श्रृंखला है जो गरीबों और जरूरतमंदों के लिए की गई एक बड़ी पहल है।
इस योजना में वे लोग जो आर्थिक रूप से अशक्त हैं, वे अब बाजार मूल्य से बहुत सस्ती दरों में भोजन खरीदने में सक्षम हैं। किसानों की चिंताओं को संबोधित करते हुए, सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई योजनाएं और पहल भी शुरू कीं क्योंकि एक राष्ट्र का विकास सीधे तौर पर उनकी भलाई से ही जुड़ा है। मुख्य रूप से वर्षा सिंचित क्षेत्रों में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए उपयुक्त उपायों के माध्यम से कृषि में स्थिरता को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय कृषि मिशन (एनएमएसए) को शुरू किया गया था। अपने प्रमुख उद्देश्य के हर खेत को पानी के साथ, पीएमकेएसवाई को जल स्रोतों, वितरण नेटवर्क और खेत स्तर के अनुप्रयोगों के माध्यम से उचित सिंचाई सप्लाई की श्रृंखला सुनिश्चित करने के लिए लॉन्च किया गया था। नागरिकों के बीच जिम्मेदारी की भावना जगाने के अपने प्रयास में, सरकार 2 अक्टूबर,2014 को स्वच्छ भारत अभियान के साथ सामने आई। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ योजना (बीबीबीपी) एक और ऐसी पहल है जो समाज में बालिकाओं की ओर देखने के तरीके में परिवर्तनकारी बदलाव लाती है। इससे देश के सभी धार्मिक समूहों में गिरते चाइल्ड सेक्स रेश्यो (सीएसआर) को सही करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
संजय डालमिया का कहना है कि इस तरह की जन कल्याणकारी योजनाओं से निश्चित रूप से, सरकार की पहलों का सफल प्रभाव देश की समग्र और ‘निष्पक्ष’ प्रगति के तौर पर अच्छी तरह से सामने आ रहा है। संजय डालमिया और डालमिया सेवा ट्रस्ट सदैव देश के भलाई के लिए अपना हर संभव सहयोग करते रहेंगे। डालमिया सेवा ट्रस्ट मानव कल्याण की विविध गतिविधियों स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य, स्वच्छता के क्षेत्रों में में संलग्न है।
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