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तिमाही नतीजों के परिणाम में इन 8 बातों का रखें ख्याल

सिद्दार्थ खेमका, हेड, रिटेल रिसर्च, एमओएफएसएल

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आज के तेजी से बदलते दौर में कंपनियों के तिमाही नतीजे कंपनियों के परफॉर्मेंस को जानने के लिए बेहद जरुरी होता है। ऐसे में किसी भी कंपनी के तिमाही नतीजे जानने के लिए इन 8 अहम बातों पर ध्यान देना बेहद जरुरी होता है।

1. ग्रोथ और गाइडेंस
किसी भी कंपनी रेवेन्यु और कुल बिक्री सबसे अहम होती है। इससे कंपनी की असली ग्रोथ का सही सही पता लग पाता है। साथ ही इसमें यह भी देखना अहम होता है कि कंपनी की यह ग्रोथ वाल्यूम से आ रही है या फिर प्राइसिंग से। इससे यह पता लगता है कि कंपनी की ग्रोथ ग्राउंड लेवल से हो रही है या फिर कंपनी के पावर से, जिससे कंपनी की इंडस्ट्री में क्या पावर है इसका पता लगाया जा सकता है।

2. मुनाफा में ग्रोथ और गाइडेंस
जब भी तिमाही नतीजों की बात होती है तो यहां नेट प्रॉफिट का अहम योगदान होता है। इसमें यह देखना जरुरी होता है कि कंपनी की अर्निंग्स की क्वालिटी क्या है। उदाहरण के तौर पर कि क्या यह ग्रोथ कंपनी के प्रोडक्ट में तत्काल बढ़ोतकरी के कारण तो नही हुआ है।

3. तिमाही के लिए कमाई की गुणवत्ता
जब हम तिमाही मुनाफे और रेवेन्यु की बात करते हैं तो हमें उस कमाई की गुणवत्ता का भी ध्यान रखना चाहिए। उदाहरण के तौर पर क्या ये ग्रोथ प्रोडक्ट के दाम में तत्तकाल बढ़ोतरी करने से हुई है। क्योंकि ये स्थायी नहीं है। वही ये भी देखना जरुरी है कि क्या ये इनकम ज्यादा राइट ऑफ के वजह से तो नहीं है। अगर ऐसा है तो ये भी ज्यादा दिन तक स्थायी नहीं होता है। इसलिए कमाई में गुणवत्ता का होना बेहद जरुरी है।

4. सालाना और तिमाही आधार का तुलना करना
किसी भी कंपनी का मुनाफा कैसे निर्धारित किया जाता है। या तो वो सालाना आधार पर होता है या तिमाही आधार पर। ये निर्भर करता है कि कंपनी अपने आप को किस आधार पर विश्लेषित करती है। जैसे कि टेलिकॉम कंपनियां अपने मुनाफे को तिमाही आधार पर दिखाती है। क्योंकि उनके सामने अपने प्रतिस्पर्धी को दाम को लेकर टक्कर देना होता है। इस तरह के केस में आपको सही तस्वीर का पता लग पाता है।

5. पिछले 4 तिमाहियों के गाइडेंस की तुलना
अधिकतर कंपनियां की जो गाइडेंस होती है वो अगले कुछ तिमाहियों की भी तस्वीर दिखाई जाती है। वही कुछ कंपनियां जैसे टीसीएस आगे की गाइडेंस नहीं बताती है। अधिकतर भारतीय कंपनियां अपने तिमाही नतीजों से आगे की दिशा बताते हैं। इसलिए आपको किसी भी कंपनी के गाइडेंस पर ध्यान देना बहुत जरुरी होता है।

6. प्रबंधन की चेतावनी और ऑडिट योग्यता का ध्यान रखें
हमें कंपनी के फाइन प्रिंट और उनके घोषणाओं पर ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि इसी के दम पर हम आगे की रुपरेखा तैयार कर सकते हैं। हालांकि कंपनी के ऑटिडर्स अपने ऑडिट रिपोर्ट में कुछ संदेह जताते हैं। लेकिन ये जरुरी होता है। इसके अलावा हमे प्रबंधन की तरफ से किए घोषणाओं का भी ध्यान रखना जरुरी होता है।

7. ऑपरेटिंग प्रॉफिट और ऑपरेटिंग मार्जिन
किसी भी कंपनी के तिमाही नतीजों में ऑपरेशनल मैट्रिक्स का बहुत महत्व होता है। उदाहरण के तौर पर ऑपरेशन मैट्रिक्स से ही हमे पता लगता है कि कंपनी का बिजनेस कितना स्थाई है। वहीं आपको मार्जिन के उपर भी नजर बना कर रखनी चाहिए ताकि आपको हर जानकारी समय पर मिलती रहे।

8. शेयरहोल्डिंग पैटर्न और प्लेज्ड शेयर
आम तौर पर, इस मोर्चे पर किसी भी महत्वपूर्ण जानकारी का खुलासा तिमाही परिणामों में भी किया जाता है। हालांकि इसका सीधा असर कंपनी के परफॉर्मेंस पर नही दिखता, लेकिन इसे नजरअंदाज भी नही कर सकते। अगर आपको कंपनी में एक तिमाही के दौरान कंपनी के अंदर ही ज्यादा स्टॉक सेलिंग देखने को मिले तो यह चिंता का विषय हो सकता है। वही अगर कंपनी के प्रमोटर्स के शेयर को अधिक प्लेज किया जा रहा है तो इस पर भी ध्यान देने की जरुरत है।