आपको बता दें कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे की वजह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनता से रविवार के दिन 14 घंटे तक घर से बाहर न निकलने की मांग की थी । इसी वजह से राजधानी दिल्ली में मैट्रो और ऊबर जैसी सर्विसेज भी बंद है। इसके अलावा 3700 ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है।
Janta Curfew के दिन भी आम लोगों को नहीं मिली पेट्रोल और डीजल की कीमत से राहत
बाजार और मॉल्स भी हुए बंद-
बात करें अगर तो JANTA CURFEW के दौरान सिर्फ यातायात ही नहीं बल्कि बाजार और मॉल्स भी बंद है। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक देश की राजधानी दिल्ली में शनिवार से लेकर सोमवार तक लगभग 15 लाख दुकानें बंद रखने का निर्णय लिया गया है।
उन्होंने बताया कि शनिवार और रविवार को दिल्ली और आसपास में रहने वाले लोगों का अवकाश होता है, जिसकी वजह से दिल्ली के बाजारों में ज्यादा भीड़ होती है। जिससे वायरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है। वहीं सोमवार को कुछ बाजारों में बंदी होती है जिसके चलते सभी को बंद का आदेश दे दिया गया है। हालांकि इस तरह की बंद से कोरोना से लड़ने में मदद मिलेगी लेकिन इसका अर्थव्यवस्था पर असर भी देखने को मिलेगा। एक अनुमान के मुताबिक तीन दिन की बंदी से सिर्फ दिल्ली में 1500 करोड़ नुकसान होगा।