दूसरे क्वार्टर के नतीजों के मुताबिक कंपनी के पास 261.5 अरब डॉलर का कैश मौजूद है। ये रकम 16.7 लाख करोड़ रुपए के बराबर है। ये कैश रिजर्व का रिकॉर्ड स्तर है। मार्केट कैप के हिसाब से देखें तो ये रकम रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस और एचडीएफसी बैंक यानि देश की टॉप 3 कंपनियों के कुल मार्केट कैप से भी ज्यादा है। फिलहाल तीनों कंपनियों का कुल मार्केट कैप 15 लाख करोड़ रुपए से कम है। स्टॉक में तेजी से एक दिन में ही कंपनी की वैल्यू 4810 करोड़ डॉलर बढ़ गई है, जो रुपए में 3 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है। स्टॉक में तेजी के बाद एप्पल का मार्केट कैप करीब 83000 करोड़ डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। यह रकम 53 लाख करोड़ रुपए के बराबर है। जिससे कई बड़ी कंपनियां खरीदी जा सकती हैं।
एक दिन की कमाई मारुति के कुल ग्रोथ से ज्यादा मार्केट वैल्यू के हिसाब से देश की सबसे बड़ी ऑटो कंपनी मारुति का मार्केट कैप 2.4 लाख करोड़ से नीचे है। यानी एक दिन में बढ़त के बराबर रकम में एप्पल, मारुति सुजुकी के बराबर बड़ी कंपनी खरीद ले। वहीं अगर एप्पल चाहे तो एक दिन की कमाई से मारुति की जगह अमेरिकन एमएनसी फोर्ड मोटर्स भी खरीद सकती है।
एक दिन की कमाई 3200 करोड़ अप्रैल से जून के दौरान एप्पल ने 45.4 अरब डॉलर की आय दर्ज की है।ये रकम 2.9 लाख करोड़ रुपए के बराबर है। यानि 3 महीने के दौरान हर दिन कंपनी ने 3200 करोड़ रुपए की कमाई की है। भारत में आय के मामले में सबसे आगे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन है। आईओसी ने जून क्वार्टर में 1.29 लाख करोड़ रुपए की आय दर्ज की है। कंपनी 1400 करोड़ रु हर दिन कमाती है।
किसी भी कंपनी से ज्यादा है ग्रोथ एपल के मार्केट कैप के सामने किसी एक भारतीय कंपनियों की मार्केट वैल्यू कहीं नहीं ठहरती, बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप ही 132 लाख करोड़ के करीब है।