माइक्रोसॉफ्ट: बिल गेट्स हटे, मार्केट कैप 8 गुना बढ़ा-
बिल गेट्स ने अप्रेल 1975 में माइक्रोसॉफ्ट की शुरुआत की। जनवरी 2000 में गेट्स माइक्रोसॉफ्ट के सीइओ पद से हट गए। उनकी जगह स्टीव बामर नए सीइओ बने। 14 साल बाद बामर की जगह भारतीय मूल के सत्या नडेला कंपनी के सीइओ बने। जब गेट्स सीइओ पद से हटे, उस समय माइक्रोसॉफ्ट की कमाई 42,395 करोड़ रुपए थी। बामर के समय यह बढक़र 1.34 लाख करोड़ रुपए हो गई। नडेला के दौर में कंपनी का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर के ऊपर पहुंच गया।
गूगल: लैरी के हटने पर ३ गुना बढ़ा मार्केट कैप-
सर्जेई बिन और लैरी पेज ने 1998 में गूगल लॉन्च किया। लैरी पेज कंपनी के सीइओ बने। 2001 में उनकी जगह एरिक श्मिट ये पद संभाला। 2011 में श्मिट की जगह पेज दोबारा सीइओ बने। अक्टूबर 2015 में कंपनी के ढांचे में बदलाव किया गया और अल्फाबेट नई कंपनी बनी। यह गूगल की पैरेंट कंपनी के तौर पर है। पेज गूगल से हटकर अल्फाबेट के सीइओ बन गए और सुंदर पिचई गूगल के नए सीइओ बनाए गए। अक्टूबर 2015 में गूगल का मार्केट कैप 476.03 बिलियन डॉलर था जो फरवरी 2020 में बढक़र 1422.11 बिलियन डॉलर यानि करीब डेढ़ ट्रिलियन तक पहुंच गया है।
एपल: जॉब्स हटे, मार्केट कैप 10 गुना बढ़ा-
स्टीव जॉब्स और स्टीव वोजनियाक ने अगस्त 1976 में एपल शुरू की। 1976 में जॉब्स एपल के सीइओ बने। 2011 में उन्होंने सीइओ पद छोड़ दिया और अगस्त 2011 में टिम कुक नए सीइओ बने। अक्टूबर 2011 में स्टीव की मौत हो गई। अगस्त 2018 में कंपनी का मार्केट कैप 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया। अगस्त 2020 में ये 2 ट्रिलियन डॉलर को पारकर गया। ऐसा करने वाली यह दुनिया की पहली कंपनी बन गई।