बिल में नहीं जोड़ सकते सर्विस चार्ज उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने एनआरएआइ अध्यक्ष को भेजे पत्र में कहा कि रेस्टोरेंट और भोजनालय ग्राहकों से गलत तरीके से सर्विस चार्ज ले रहे हैं, जबकि ऐसे किसी भी शुल्क का संग्रह ‘स्वैच्छिक’ है। यानी यदि कोई रेस्टोरेंट वाला ग्राहक को सर्विस चार्ज बिल में जोड़कर देता है और ग्राहक इसका विरोध करता है, तो उसे सर्विस चार्ज बिल से हटाना होगा। ग्राहक अपनी इच्छा से सर्विस चार्ज का भुगतान कर सकता है। पत्र में यह भी कहा गया कि सर्विस चार्ज मनमाने तरीके से तय किया जाता है। उपभोक्ता जब बिल राशि से इस चार्ज को हटाने का अनुरोध करते हैं तो उन्हें गुमराह कर चार्ज को वैध ठहराने का प्रयास किया जाता है।
नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने दिया जवाब उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह द्वारा लिखे गए पत्र का नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने जवाब दिया है। इसमें कहा गया है कि ये मामला पहले ही हल हो चुका है और उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित सिंह के पत्र में कुछ भी नया नहीं है।
राजस्थान में नहीं लिया जाता पर दुनिया के कई हिस्सों में है चलन राजस्थान होटल और रेस्टॉरेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष कुलदीप सिंह ने बताया कि राजस्थान में सामान्यत: होटल और रेस्टोरेंट्स सर्विस चार्ज नहीं लेते हैं। अगर कोई व्यक्ति वेटर को कोई टिप देना चाहे तो वो दे सकता है। कुलदीप सिंह का दावा है कि अगर कोई होटल लेता भी है सर्विस चार्ज तो वो फंड पूरा स्टॉफ के पास ही जाता है। ये फंड मालिक खुद नहीं रखता है। साथ ही होटल इसको ग्राहक द्वारा जो रेस्टोरेंट में ग्लास आदि टूट जाते हैं, उनकी भरपाई में भी खर्च कर सकता है। कुलदीप सिंह ने बताया कि लेकिन ये मुद्दा सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है। थाईलैंड, ब्राजील , यूरोप के कई देशों जैसे फ्रांस में भी ग्राहक से सर्विस चार्ज लिया जाता है।