रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि गोवा को हेलीकॉप्टर विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से बेंगलुरू स्थित एचएएल कंपनी को राज्य में इसकी संभावना तलाशने के लिए कहा गया है।
रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने कहा कि गोवा को हेलीकॉप्टर विनिर्माण हब के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से बेंगलुरू स्थित हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) कंपनी को राज्य में इसकी संभावना तलाशने के लिए कहा गया है।
साउथ ब्लॉक में संवाददातओं से बातचीत में पर्रिकर ने सोमवार को कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से गोवा परियोजना के लिए एक अस्थाई कारोबारी योजना लाने को कहा गया है।
पर्रिकर ने कहा कि हमने देश में हेलीकॉप्टर के विनिर्माण में गोवा को दूसरा हब बनाने के लिए कंपनियों को यहां उसकी संभावना तलाशने के लिए कहा है।
पर्रिकर ने इस साल की शुरुआत में पणजी में आयोजित निवेश सम्मेलन के दौरान गोवा को देश का हेलीकॉप्टर विनिर्माण हब बनाने की मंशा पहली बार व्यक्त की थी।
पर्रिकर ने पहले ही गोवा स्थित गोवा शिपयार्ड लि. (जीएसएल) कंपनी को 32,000 करोड़ रुपये की लागत से भारतीय नौसेना के लिए 12 सुरंग भेदी पोत के निर्माण का अनुबंध दिया है। जीएसएल को प्राप्त यह अब तक का सबसे बड़ा रक्षा संबंधी अनुबंध है।
पर्रिकर ने कहा कि जीएसएल 12 सुरंग भेदी पोत के निर्माण के लिए अग्रणी कंपनी होगी। पर्रिकर का कहना है कि इस एकमात्र बड़े अनुबंध से गोवा की औद्योगिक विकास दर 10 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी।