वोडाफोन इंडिया की मूल कंपनी ब्रिटेन की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी वोडाफोन ने बयान में कहा कि उसने भारत में अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी आइडिया के साथ विलय की चर्चा की थी जो पूरी तरह से शेयर आधारित थी।
आइडिया इसके लिए वोडाफोन को शेयर जारी कर सकती है। इस संबंध में मीडिया में आई खबरों के बाद वोडाफोन ने बयान जारी कर स्थिति स्पष्ट की और कहा कि अभी तक सौदे की शर्तें , समय और लेनदेन आदि का निर्धारण नहीं हुआ है।
अभी भारती एयरटेल देश की सबसे बड़ी निजी दूरसंचार कंपनी है लेकिन यदि वोडाफोन और आइडिया का विलय हो जाता है तो विलय के बाद बनने वाली कंपनी एयरटेल को पछाड़ कर सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी बन जायेगी।
उल्लेखनीय है कि अरबपति मुकेश अंबानी की नई दूरसंचार कंपनी रिलायंस जिओ के निशुल्क में कॉल और डाटा की पेशकश से टेलीकॉम कंपनियों की हालत खराब हो चुकी है। पिछली तिमाही में भारती एयरटेल के मुनाफे में भारी कमी आ चुकी है और सभी ऑपरेटरों पर काफी दबाव बना हुआ है। एयरटेल और वोडाफोन समेत लगभग सभी कंपनियां अपने टैरिफ में कमी कर चुके हैं जिससे उनके राजस्व पर भारी दबाव है।