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अमरीका में 30% से 40% तक नौकरी ने निकाले गए भारतीय, नई नौकरी के लिए कर रहे संघर्ष

locationनई दिल्लीPublished: Jan 23, 2023 05:29:32 pm

अमरीका में 30% से 40% तक IT सेक्टर में नौकरी करने वाले भारतीय निकाले जा चुके हैं, जिसके बाद वह नई नौकरी पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। नौकरी से निकाले गए भारतीयों में बड़ी संख्या एच-1बी और एल1 वीजा धारकों की है।

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Laid-off Indian IT professionals scramble for options to stay in US

Google , Microsoft , Facebook और Amazon सहित कई कंपनियों ने कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है, जिसमें बड़ी संख्या भारतीयों की भी है। द वाशिंगटन पोस्ट के अनुसार पिछले साल नवंबर से अब तक लगभग 2 लाख कर्मचारियों को गूगल, माइक्रोसॉफ्ट सहित बड़ी व छोटी कंपनियों ने निकाल दिया है। नौकरी से निकाले जाने के बाद अमरीका में बने रहने के लिए भारतीय नई नौकरियों के लिए संघर्ष कर रहे हैं क्योंकि एच-1बी वीजा वाले लोगों को नौकरी से निकाले जाने के 60 दिनों के अंदर नई नौकरी ढूंढ़नी होती है। अगर 60 दिन के अंदर कोई नौकरी नहीं ढूंढ़ पाता है तो उसे अमरीका छोड़कर अपने देश वापस आना पड़ेगा।
न्यूज एजेंसी के अनुसार अमरीका में 30% से 40% से अधिक भारतीय आईटी पेशेवरों को नौकरी से निकाल दिया गया है। जिनमें बड़ी संख्या में एच-1बी और एल1 वीजा धारक वाले लोग हैं। दरअसल H-1B वीजा एक गैर-आप्रवासी वीजा है, जो अमरीकी कंपनियों को विदेशी कर्मचारियों को नौकरी देने की अनुमति भी देता है। टेक्नोलॉजी कंपनियां भारत, चीन सहित कई देशों से हजारों लोगों को H-1B वीजा मिलने के बाद ही नौकरियां देती हैं।
नौकरी से निकाले गए लोगों ने बया किया दर्द
न्यूज एंजेंसी के अनुसार अमेजन में काम करने वाली गीता (बदला हुआ नाम) तीन महीने पहले ही अमरीका आई थी। इस हफ्ते उन्हें बताया गया हैं कि 20 मार्च उनका आखिरी वर्किंग डे है। जैसा कि टेक कंपनियां छंटनी की होड़ में हैं, इस कारण से छोटी समय अवधि के अंदर नौकरी पाना असंभव है। वहीं सीता (बदला हुआ नाम) ने बताया कि वह एच-1बी वीजा पर अमरीका में नौकरी कर रही थी। 18 जनवरी को माइक्रोसॉफ्ट ने नौकरी से निकाल दिया है। उन्होंने बताया कि वह एक सिंगल मदर हैं, जिनका बेटा हाई स्कूल में है और कॉलेज में प्रवेश की तैयारी कर रहा है।
 
एच-1बी वीजा वाले कर्मचारियों के बारे में टेक कंपनियों को विचार करने की जरूरत
सिलिकॉन वैली वेस्ड उद्यमी और समुदाय के लीडर अजय जैन भूटोरिया ने कहा कि”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हजारों टेक्नोलॉजी कर्मचारियों को छंटनी का सामना करना पड़ रहा है, विशेष रूप से एच -1 बी वीजा पर जो अतिरिक्त चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। उन्हें 60 दिन के अंदर एक नई नौकरी ढूंढनी होगी। टेक कंपनियों को एच-1बी वीजा वाले कर्मचारियों के लिए विशेष विचार करें और उनकी नौकरी की लास्ट डेट को कुछ महीनों के लिए बढ़ा दें, क्योंकि वर्तमान मार्केट को देखते हुए नौकरी मिलना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।”
 
17 जनवरी को ही अमरीका ने ज्यादा वीजा जारी होने के बारे में दी थी जानकारी
हाल ही में 17 जनवरी को संयुक्त राज्य अमरीका ने बताया था कि भारतीयों को बिजनेस वीजा जारी करने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है और एच1बी जारी करने में भी उल्लेखनीय सुधार हुआ है। कोरोना महामारी के बाद जैसे ही यात्रा शुरू हुई वीजा जारी करने के संबंध में गंभीर चुनौतियां थीं। हालांकि अमरीका ने कहा कि उसने प्रक्रिया को और सुविधाजनक बनाने के लिए कर्मचारियों की संख्या बढ़ाने जैसे कई कदम उठाए हैं।

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