नई दिल्ली। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने शनिवार को कहा कि सरकार इलेक्ट्रॉनिक कचरे का बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित कराने की कोशिश कर रही है, लेकिन इस दिशा में कार्य की रफ्तार धीमी है। अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक कचरा दिवस कार्यक्रम के उद्घाटन पर पर्यावरण मंत्री ने कहा कि सरकार इलेक्ट्रॉनिक कचरे के बेहतर प्रबंधन सुनिश्चित करने की कोशिश कर रही है लेकिन जमीनी स्तर पर काम तेजी से नहीं हो रहा है।
मंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक कचरा दुनिया में सबसे अधिक तेजी से बढ़ने वाला कचरा है और भारत में हर साल 20 लाख टन इलेक्ट्रॉनिक कचरा पैदा होता है। उन्होंने बताया कि दुनिया में सबसे ज्यादा इलेक्ट्रॉनिक कचरा पैदा करने वाले देशों में भारत चौथे नंबर पर है। यूरोपियन एसोसिएशन ऑफ वेस्ट इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इक्वीपमेंट फोरम (डब्ल्यूईईई)ने 13 अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक कचरा दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की है। डब्ल्यूईईई में 21 देशों की 27 लाभ निरपेक्ष ई-वेस्ट कंपनियां शामिल हैं।