महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने और महिला सशक्तिकरण पर जोर देने के लिए सरकार ने देश भर में कई तरह की योजनाएं लागू की गई हैं। ये योजनाएं कमजोर और पीड़ित महिलाओं को आवाज उठाने में मदद कर रही हैं। आइए जानिए इन योजनाओं का महिलाओं को क्या फायदा मिल रहा है-
सुकन्या समृद्धि स्कीम बेटियों के भविष्य के लिए पैसे जोड़ने के लिए सुकन्या समृद्धि योजना एक अच्छी स्कीम है। इस योजना पर पब्लिक प्रोविडेंट फंड (पीपीएफ) की तुलना में ज्यादा ब्याज मिलेगा। आप अपनी 10 साल तक की बेटी के लिए यह खाता खुलवा सकते हैं। इस पर वर्तमान में 8.1 फीसदी सालाना का ब्याज मिल रहा है। बेटी के 21 साल के होने पर अकाउंट मैच्योर हो जाता है।
उज्जवला योजना यह योजना एक धुंआरहित ग्रामीण भारत की परिकल्पना करती है और वर्ष 2019 तक 5 करोड़ परिवारों, विशेषकर गरीबी रेखा से नीचे रह रही महिलाओं को रियायती एलपीजी कनेक्शन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखती है। योजना से एलपीजी के उपयोग में वृद्धि होगी और स्वास्थ्य संबंधी विकार, वायु प्रदूषण एवं वनों की कटाई को कम करने में मदद मिलेगी।
महिला ई-हॉट यह एक ऐसा प्लेटफॉर्म है जहां प्रतिभागी अपने बनाए गए उत्पादों का प्रदर्शन कर सकता है। अब जो महिलाएं अपने द्वारा बनाए गए उत्पाद बड़े बाजारों में नहीं बेच पाती थीं वो महिला ई-हाट के द्वारा पूरे देश में अपने उत्पादों को बेच पाएंगी। अपने उत्पादों को ज्यादा से ज्यादा बेचकर वो अपनी वित्तीय स्थिति को ऊपर उठा सकती हैं
बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ इस योजना का लक्ष्य है- महिला भेदभाव के उन्मूलन और युवा भारतीय लड़कियों के लिए कल्याण सेवाओं पर जागरूकता बढ़ाना। यह महिला और बाल विकास मंत्रालय, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय द्वारा संयुक्त उपक्रम है। इस योजना का लक्ष्य सभी लड़कियां जिनकी पढ़ाई किसी भी वजह से रुक जाती है उन्हें आगे पढ़ाई के लिए प्ररित करना। यह योजना आज महिला दिवस के दिन से पूरे देश में लागू हो जाएगी। अंतराष्ट्रीय महिला दिवस के मौक़े पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजस्थान के झुंझुनू में एक कार्यक्रम में शिरकत कर इसका योजना को पूरे देश में लागू कर दिया।