scriptबीपीसीएल का निजीकरण रुका, सरकार नए सिरे से फिर शुरू करेगी प्रक्रिया | Privatization of BPCL stopped, govt will start new process | Patrika News

बीपीसीएल का निजीकरण रुका, सरकार नए सिरे से फिर शुरू करेगी प्रक्रिया

Published: May 19, 2022 07:12:12 am

Submitted by:

Mahima Pandey

BPCL Disinvestment: सरकार ने BPCL के निजीकरण पर रोक लगा दी है। सरकार ने ये रोक केवल इसलिए लगाई है क्योंकि बाकी दो बोलीदाताओं ने अपने नाम वापस ले लिए हैं। जल्द ही सरकार निजीकरण के लिए नए सिरे से प्रक्रिया शुरू करेगी।

Privatization of BPCL stopped, govt will start new process

Privatization of BPCL stopped, govt will start new process

केंद्र सरकार ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड यानी बीपीसीएल के निजीकरण को रोक दिया है। सरकार ने भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) में अपनी पूरी 52.98 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई थी और मार्च 2020 में बोलीदाताओं को बोली लगाने के लिए आमंत्रित किया था। नवंबर 2020 तक कम से कम तीन बोलियां सामने आईं, लेकिन अब केवल एक ही बोलीदाता बचा है। बाकी दोनों ने अपनी पेशकश वापस ले ली है जिसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है। सरकार अब नए सिरे से BPCL का निजीकरण शुरू करेगी।
क्यों रुका विनिवेश
सरकारी सूत्रों के अनुसार, “हम एकल बोली लगाने वाले की स्थिति में हैं और इसका मतलब ये नहीं है कि कोई बोली लगाने वाला अपनी शर्तें लगा सकता है… इसलिए विनिवेश प्रक्रिया अभी के लिए रुकी हुई है।”

दूसरी सबसे बड़ी सरकारी रिफाइनरी कंपनी के निजीकरण के लिए अधिक खरीदार नहीं मिल सके हैं। इसके पीछे का कारण अस्थिर वैश्विक तेल मूल्य परिदृश्य और फिर घरेलू ईंधन मूल्य निर्धारण में स्पष्टता की कमी को बताया जा रहा हैै। सार्वजनिक क्षेत्र के ईंधन खुदरा विक्रेता पेट्रोल और डीजल को लागत से कम कीमतों पर बेचते हैं जिससे प्राइवेट सेक्टर के खुदरा विक्रेताओं को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
यह भी पढ़ें

शेयर बाजार में ट्रेडिंग अकाउंट के नाम पर ठगी करने वाला कंपनी का डायरेक्टर गिरफ्तार

किन निवेशकों ने अपने नाम लिए वापस?
अनिल अग्रवाल के वेदांत समूह और यूएस वेंचर फंड अपोलो ग्लोबल मैनेजमेंट इंक और आई स्क्वेयर्ड कैपिटल एडवाइजर्स ने बीपीसीएल में सरकार की 53 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी। बाद में दोनों वैश्विक निवेशकों ने अपनी बोलियाँ वापस ले लीं।

बता दें कि देश की दूसरी सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी BPCL का मौजूदा बाजार पूंजीकरण करीब 848.27 अरब रुपये यानि कि 11.4 अरब डॉलर है।

यह भी पढ़ें

रिकॉर्ड महंगाई के बाद फिर बढ़ने वाले हैं डीजल-पेट्रोल के दाम !

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो