रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने ऑनलाइन भुगतान को आसान बनाने के लिए 2000 रुपये से कम के भुगतान पर ओटीपी यानी वन टाइम पासवर्ड के नियम को खत्म कर दिया है। इस राहत के बाद से उबर, ओला जैसे कैब एग्रीगेटर के साथ छोटे-छोटे व्यापारियों को कार्ड से भुगतान लेने में आसानी होगी।
आरबीआई के अधिकारियों के मुताबिक, “ओटीपी के झंझट से बचने के लिए कैब सर्विस प्रोवाइडर्स ने पेटीएम जैसे डिजिटल वॉलेट्स से करार कर लिए थे।” विशेषज्ञों ने आरबीआई के इस फैसले की तारीफ की है. इस मामले में उबर इंडिया के अध्यक्ष अमित जैन के मुताबिक, कैश के बजाय कार्ड से भुगतान को प्रमोट करने की दिशा में यह बड़ा कदम है।
वहीं एसबीआई कार्ड्स के सीईओ विजय जासुआ ने बारे में कहा कि बाजार में यह मांमग लंबे समय से की जा रही थी. आरबीआई ने इस बारे में सभी बैंकों को नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है।
बैंक कैसे करेगा मदद? 1.एटीएम कार्ड जारी करने वाला बैंक अपने ग्राहकों के लिये विकल्प की सुविधा देगा। जिसके तहत संबंधित कार्ड नेटवर्क के भुगतान सत्यापन समाधान की पेशकश की जाएगी। 2.कार्ड नेटवर्क के पेमेंट वेरीफिकेशन सॉल्यूशन की भी पेशकश की जाएगी।
3.अगर ग्राहक इस सुविधा का विकल्प चुनते हैं तो आपको एक बार रजिस्ट्रेशन कराना होगा। 4.रजिस्ट्रेशन के बार रजिस्टर्ड ग्राहकों को हर भुगतान पर कार्ड का ब्यौर देने की जरूरत नहीं होगी। इससे ग्राहकों के समय की बचत होगी।
5.जब ग्राहक ओला, उबर, मेरू आदि कैब सर्विस कंपनियों को पेमेंट करते हैं तो उससे पहले उनके पास ओटीपी आता है। इसके लिए इंतजार करना पड़ता है। ऐसे में अगर आप रजिस्टर्ड ग्राहक हैं तो आपको ओटीपी की कोई जरुरत नहीं होगी। सिर्फ कार्ड का पासवर्ड डालने से ही पेमेंट हो जाएगा।