यह भी देखें : Amazon Prime Day sale 2021: लैपटॉप्स, हेडफोन्स और घड़ियों पर आकर्षक ऑफर्स उल्लेखनीय है कि पिछले कई वर्षों से प्रोपर्टी की लगातार बढ़ रही डिमांड तथा सरकार द्वारा इस सेक्टर में किए जा रहे सुधारों के मद्देनजर मार्केट में ग्रोथ हो रही है। इसके साथ ही इस वर्ष जून में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की ओर से पारित मॉडल किराया कानून को भी राज्य सरकारों से जल्दी से जल्दी लागू करने की सिफारिश की गई है।
यह भी देखें : दिल्ली-मुंबई की आयकर टीमों ने भास्कर समूह के 32 ठिकानों पर सुबह 5 बजे एक साथ दी दबिश आने वाले समय में प्रोपर्टी भी होगी महंगीदेश के सबसे बड़े डेवलपर्स संगठन क्रेडाई के एक सर्वे के अनुसार आने वाले समय में कंस्ट्रक्शन कॉस्ट में वृद्धि और मजदूरों की कमी से जूझ रहे बिल्डर जल्दी ही कीमतों में दस फीसदी तक की बढ़ोतरी कर सकते हैं। गत वर्ष के दौरान सीमेंट और स्टील की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।
दो से तीन वर्ष पहले था 200 अरब डॉलर का मार्केट
आंकड़ों के अनुसार आज से दो से तीन वर्ष पूर्व तक रियल एस्टेट सेक्टर का मार्केट लगभग 200 अरब डॉलर का था। वर्ष 2030 तक यह सेक्टर एक हजार अरब के आंकड़े को छू लेगा। अभी मार्केट का रुख देखते हुए इसमें सात से आठ वर्षों का समय लग सकता है परन्तु ऐसा अवश्य होगा।