बच्चन और जोधपुर : यादों के झरोखे
शहर की यादों के झरोखे बताते हैं कि फिल्मों में पदार्पण के शुरुआती दिनों में वे सुनील दत्त की सन १९७१ में रिलीज हुई फिल्म रेशमा और शेरा की शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर आए थे। इस बात का बॉलीवुड अभिनेता सुनील दत्त ने भी जिक्र किया था। सुनील दत्त ने १२ मार्च १९९३ को जोधपुर के तत्कालीन दर्पण सिनेमा में हुए राजस्थानी फिल्मोत्सव के अवसर पर जब जोधपुर आए थे तो उन्होंने समारोह में याद दिलाया था कि रेशमा और शेरा फिल्म के कुछ सीन आेसियां के रेगिस्तान में फिल्माए गए थे। उसके बाद भी वे एक शीतल पेय की शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर मेहरानगढ़ आए थे। उसके बाद अमिताभ बच्चन २७ दिसंबर २००१ को जैसलमेर में न्यू ईयर जश्न मनाने के सिलसिले में जोधपुर पहुंचे थे।
बिग बी जोधपुर के उम्मेद भवन पैलेस में इंडियन हैड इंरी फाउंडेशन के कार्यक्रम के सिलसिले में भी जोधपुर आए थे। यही नहीं, बच्चन ने जोधपुर के मशहूर राजस्थानी कथाकार विजयदान बिज्जी की कहानी दुविधा पर आधारित अमोल पालेकर की फिल्म पहेली में राजस्थानी वेशभूषा पहन कर अभिनय किया था।
शहर की यादों के झरोखे बताते हैं कि फिल्मों में पदार्पण के शुरुआती दिनों में वे सुनील दत्त की सन १९७१ में रिलीज हुई फिल्म रेशमा और शेरा की शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर आए थे। इस बात का बॉलीवुड अभिनेता सुनील दत्त ने भी जिक्र किया था। सुनील दत्त ने १२ मार्च १९९३ को जोधपुर के तत्कालीन दर्पण सिनेमा में हुए राजस्थानी फिल्मोत्सव के अवसर पर जब जोधपुर आए थे तो उन्होंने समारोह में याद दिलाया था कि रेशमा और शेरा फिल्म के कुछ सीन आेसियां के रेगिस्तान में फिल्माए गए थे। उसके बाद भी वे एक शीतल पेय की शूटिंग के सिलसिले में जोधपुर मेहरानगढ़ आए थे। उसके बाद अमिताभ बच्चन २७ दिसंबर २००१ को जैसलमेर में न्यू ईयर जश्न मनाने के सिलसिले में जोधपुर पहुंचे थे।
बिग बी जोधपुर के उम्मेद भवन पैलेस में इंडियन हैड इंरी फाउंडेशन के कार्यक्रम के सिलसिले में भी जोधपुर आए थे। यही नहीं, बच्चन ने जोधपुर के मशहूर राजस्थानी कथाकार विजयदान बिज्जी की कहानी दुविधा पर आधारित अमोल पालेकर की फिल्म पहेली में राजस्थानी वेशभूषा पहन कर अभिनय किया था।
बिग बी को जोधपुर में मिली थी डॉक्टरेट की डिग्री बॉलीवुड शहंशाह अमिताभ बच्चन व पर्यावरणविद कैप्टन सी पी कृष्णन नायक को जोधपुर शहर के एक विवि में अक्टूबर २०११ डॉक्टरेट की डिग्री मिली थी। बच्चन को मिलने वाली डॉक्टरेट की यह चौथी डिग्री थी। उस समारोह में बच्चन साहब ने अपने पिता कवि हरिवंशराय बच्चन की कविता अग्निपथ रुक रुक कर कई पोज देते हुए सुनाई थी। तब उनके साथ हर तरफ अग्निपथ अग्निपथ के स्वर गंूज उठे थे।
ज्वैलरी शो रूम के उदघाटन में भी आए थे जोधपुर
एकखम्मा घणी जोधपुर… आया हूं सांस्कृतिक नगरी में…। मिलेनियम सुपर स्टार फिल्म स्टार बिग बी अमिताभ बच्चन ने २४ अप्रेल २०१६ को जोधपुर के सरदारपुरा में इन चंद लाइनों से ही फैन्स का दिल जीत लिया था। वे एक ज्वैलरी शो रूम का उदघाटन करने के लिए अभिनेत्री पत्नी जया भादुड़ी के साथ चार्टर प्लेन से जोधपुर आए थे। जब बच्चन जैसे ही स्टेज पर पहुंचे और उन्होंने अपने हजारों फैन्स को देखा था तो उनके चेहरे पर भी खुशी साफ-साफ नजर आई थी। हर कोई उनकी एक झलक पाने के लिए आतुर नजर आया। बच्चन ने माइक हाथ में लेकर कहा था, नमस्कार, तो एक साथ हजारों फैन्स के हाथ उनके अभिवादन में उठ गए।
मैं आजाद हूं की याद दिलाई थी: स्टेज पर खड़े बच्चन ने उस वक्त अपनी फिल्म मैं आजाद हूं की याद दिला दी थी, जब उन्होंने मुट््ठी बंद करके अपने फैन्स को जोश दिलाया था। शो रूम के उदघाटन से पूर्व अमिताभ बच्चन ने अपने फैन्स को संबोधित किया था। उसके बाद शो रूम का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने शो रूम का विजिट किया था।
फैन्स के साथ सेल्फी ली थी : बच्चन ने बाहर आकर स्टेज पर खड़े-खड़े ही अपने फैन्स के साथ सेल्फी ली और वहां से रवाना हो गए थे । इसी तरह जया बच्चन ने भी शो रूम का उद्घाटन करने के बाद स्टेज से ही अपने फैन्स के साथ सेल्फी ली थी।
शो रूम का उद्घाटन : अमिताभ बच्चन व उनकी पत्नी जया बच्चन ने रविवार को सरदारपुरा स्थित जीटी टॉवर में शो रूम का उद्घाटन किया था। शोरूम के उद्घाटन से पहले इस जोड़ी को एक विज्ञापन कैम्पेन में देखा गया था, जिसमें वे राजस्थानी कपल बन कर तीनों शहरों में ज्वैलरी शो रूम लांच करने के बारे में बात करते हुए दिखाए दिए थे। कंपनी के चेयरमैन कल्याणरमन तो वह लम्हा कभी नहीं भूल पाए, जब बच्चन उनके बुलावे पर जोधपुर आए थे। उनका कहना था कि यह कंपनी के लिए एेतिहासिक पल है कि अमिताभ बच्चन और जया बच्चन कल्याण के तीन शोरूम का शुभारंभ करने के लिए राजस्थान आए। कंपनी की ओर से २४ अप्रेल को एक ही दिन में जोधपुर, जयपुर व उदयपुर में शोरूम खोले गए थे।
एकखम्मा घणी जोधपुर… आया हूं सांस्कृतिक नगरी में…। मिलेनियम सुपर स्टार फिल्म स्टार बिग बी अमिताभ बच्चन ने २४ अप्रेल २०१६ को जोधपुर के सरदारपुरा में इन चंद लाइनों से ही फैन्स का दिल जीत लिया था। वे एक ज्वैलरी शो रूम का उदघाटन करने के लिए अभिनेत्री पत्नी जया भादुड़ी के साथ चार्टर प्लेन से जोधपुर आए थे। जब बच्चन जैसे ही स्टेज पर पहुंचे और उन्होंने अपने हजारों फैन्स को देखा था तो उनके चेहरे पर भी खुशी साफ-साफ नजर आई थी। हर कोई उनकी एक झलक पाने के लिए आतुर नजर आया। बच्चन ने माइक हाथ में लेकर कहा था, नमस्कार, तो एक साथ हजारों फैन्स के हाथ उनके अभिवादन में उठ गए।
मैं आजाद हूं की याद दिलाई थी: स्टेज पर खड़े बच्चन ने उस वक्त अपनी फिल्म मैं आजाद हूं की याद दिला दी थी, जब उन्होंने मुट््ठी बंद करके अपने फैन्स को जोश दिलाया था। शो रूम के उदघाटन से पूर्व अमिताभ बच्चन ने अपने फैन्स को संबोधित किया था। उसके बाद शो रूम का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने शो रूम का विजिट किया था।
फैन्स के साथ सेल्फी ली थी : बच्चन ने बाहर आकर स्टेज पर खड़े-खड़े ही अपने फैन्स के साथ सेल्फी ली और वहां से रवाना हो गए थे । इसी तरह जया बच्चन ने भी शो रूम का उद्घाटन करने के बाद स्टेज से ही अपने फैन्स के साथ सेल्फी ली थी।
शो रूम का उद्घाटन : अमिताभ बच्चन व उनकी पत्नी जया बच्चन ने रविवार को सरदारपुरा स्थित जीटी टॉवर में शो रूम का उद्घाटन किया था। शोरूम के उद्घाटन से पहले इस जोड़ी को एक विज्ञापन कैम्पेन में देखा गया था, जिसमें वे राजस्थानी कपल बन कर तीनों शहरों में ज्वैलरी शो रूम लांच करने के बारे में बात करते हुए दिखाए दिए थे। कंपनी के चेयरमैन कल्याणरमन तो वह लम्हा कभी नहीं भूल पाए, जब बच्चन उनके बुलावे पर जोधपुर आए थे। उनका कहना था कि यह कंपनी के लिए एेतिहासिक पल है कि अमिताभ बच्चन और जया बच्चन कल्याण के तीन शोरूम का शुभारंभ करने के लिए राजस्थान आए। कंपनी की ओर से २४ अप्रेल को एक ही दिन में जोधपुर, जयपुर व उदयपुर में शोरूम खोले गए थे।
— –बिग बी बच्चन के ट्विटर पर पोस्ट–
-अंतरिक्ष सी विशालता
-जोधपुर ..उम्मेद भवन. आश्चर्य है भव्यता, अंतरिक्ष सी विशालता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात शांति है इंजरी ईवंट के लिए। -होटल सैटअप में मैं और मेरे साथी आईटी स्पेशलिस्ट महेश्वर…दीवार उनकी पसंदीदा फिल्म है और उन्होंने यह फिल्म बार-बार देखी है। मैं कई बार सोचता और सुखद आश्चर्य करता हूं कि उस दौर यानी ७० और ८० के दशक के फिल्म लेखक, निर्देशक निर्माता बहुत महान थे।
-जोधपुर २० मार्च २०१५
-अंतरिक्ष सी विशालता
-जोधपुर ..उम्मेद भवन. आश्चर्य है भव्यता, अंतरिक्ष सी विशालता है, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात शांति है इंजरी ईवंट के लिए। -होटल सैटअप में मैं और मेरे साथी आईटी स्पेशलिस्ट महेश्वर…दीवार उनकी पसंदीदा फिल्म है और उन्होंने यह फिल्म बार-बार देखी है। मैं कई बार सोचता और सुखद आश्चर्य करता हूं कि उस दौर यानी ७० और ८० के दशक के फिल्म लेखक, निर्देशक निर्माता बहुत महान थे।
-जोधपुर २० मार्च २०१५
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-एम आई जाहिर
-एम आई जाहिर