गैलेक्सी नोट 7 की त्रासदी से जूझ रहे सैमसंग के लिए कई फौरी कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया है। एक बयान में कंपनी ने कहा कि सैमसंग को दो फर्मों में बांटा जाएगा…
नई दिल्ली. दुनिया की सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स दो कंपनियों में विभाजित हो जाएगी। माना जा रहा है कि सैमसंग पर कॉर्पोरेट गवर्नेंस सुधारने के लिए विदेशी निवेशकों का दबाव है, इसी के चलते कंपनी ने यह घोषणा की है।
नोट-7 से के झटके से उबरने की कोशिश
गौरतलब है कि गैलेक्सी नोट 7 की त्रासदी से जूझ रहे सैमसंग के लिए कई फौरी कदम उठाना बेहद जरूरी हो गया है। एक बयान में कंपनी ने कहा कि सैमसंग को दो फर्मों में बांटा जाएगा, इनमें से एक होल्डिंग फर्म होगी और दूसरी प्रोडक्शन और ऑपरेशन का जिम्मा संभालेगी। इस बदलाव में कम से कम छह महीने लग सकते हैं।
लाभांश में 36 फीसदी इजाफे की घोषणा
विशेषज्ञों के मुताबिक, सैमसंग के वाइस चेयरमैन ली जे योंग को इससे कंपनी पर पकड़ मजबूत करने में मदद मिलेगी। निवेशकों ने सैमसंग से सहयोगी कंपनियों के साथ हिस्सेदारी की जटिल व्यवस्था को आसान बनाने को कहा है। साथ ही उन्होंने शेयर होल्डर्स के लिए लाभांश बढ़ाने की भी मांग की थी। सैमसंग ने प्रति शेयर लाभांश में 36 फीसदी के इजाफे की घोषणा की है।