READ MORE:-
Datametix के शेयर ने 3 दिन में दिया 65% का मुनाफा मंगलवार को Sensex 355 अंक लुढ़क गया इस साल लगातर शेयर बाजार बढ़त बना रहा था और अपने सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ते हुए ऑल टाइम हाई यानी 50 हजार से भी ऊपर चला गया और 53 हजार के नजदीक जाकर रुका। सभी इस बात को लेकर आश्चर्यचकित हो रहे थे कि जब सारे आर्थिक कामकाजों पर सरकार ने रोक लगा दी है फिर भी शेयर बाजार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा रहा है।
हालांकि कुछ दिनों से बाज़ार में गिरावट जारी है। मंगलवार को Sensex 354.89 अंक नीचे आकर 52,198.51 पर बंद हुआ जो 0.68% की गिरावट है। वहीं, अगर NSE के Nifty की बात करें तो उसमे भी गिरावट देखी गई जो 120.30 अंक के साथ नीचे गिरा जो 0.76 फ़ीसदी की गिरावट है।
Share Bazar के नीचे गिरने का कारण लगातार तीसरे कारोबारी दिन की गिरावट बाज़ार के कई पहलुओं को दर्शाती है। पहला पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के मामले सामने आने से फिर से लॉकडॉउन लगाने का विचार किया जा रहा है जो फिर से आर्थिक गतिविधियों पर विराम लगा देगा। इसको लेकर शेयर बाजार में एक डर बना हुआ है। हालांकि डॉलर के मुकाबले रुपए में तेज़ी से गिरावट थोड़ी कम हुई है, अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे मजबूत होकर 74.61 पर बंद हुआ।
READ MORE:-
3 महीने में निवेशक हुए मालामाल, सेंसेक्स में 6 फीसदी की तेजी गौरतलब है कि सोमवार को विदेशी निवेशकों ने जमकर अपना पैसा निकाल लिया। उन्होंने 2,197 करोड़ रुपए के शेयर बेच दिए। इसी बीच, कच्चे तेल की कीमतें भी अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेट क्रूड से 0.35 प्रतिशत की तेजी के साथ 68.86 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं।
दुनिया भर के बाजारों का हाल दुनिया भर के कई प्रमुख बाजारों में भी गिरावट देखी गई जिनमे शंघाई, हांगकांग और टोक्यो में गिरावट देखने को मिली लेकिन यूरोप के Stock Market में तेज़ी बनी रही। दुनिया भर में डेल्टा के खतरे के देखने के साथ लोगों ने बाज़ार में निवेश करने से अपने हाथ पीछे हटाने शुरू कर दिए है जिससे बाज़ार गिरावट के साथ बंद हो रहे हैं।