वहीं डील पक्का होने के बाद सरकारी तेल कंपनियां हिनदुस्तान पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और भारत पेट्रोलियम इन उपकरणों की बिक्री के लिए सार्वजनिक क्षेत्र की एनर्जी एफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) अधिकार पा लेगी। जिसके बाद पेट्रोल पंपों पर एलईडी बल्ब, ट्यूबलाइट और सीलिंग फैन ग्राहकों को खिफायती कीमत पर बेचा जाएगा।
एमयू पर हस्ताक्षर के लिए नई तारिख के ऐलान के बाद उपभोक्ताओं को इन उपकरणों को पेट्रोल पंपों पर बिक्री के उपलब्ध कराने में कम से कम एक महीने का समय लग जाएगा। फिलहाल यह तय नहीं है कि इन उपकरणों को तीनों तेल कंपनियां पूरे देशभर के पेट्रोल पंपों पर बेचेगी। आपको बते दें कि तीनों ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के देशभर में 53 हजार पेट्रोल पंप हैं।
गौरतलब है कि ईईएसएल सरकार द्वारा शुरु की गई कुशल लाइटिंग कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के काम में जुटी हुई है। जो कि विभिन्न बिलजी वितरण कंपनियों के अलावा ऑनलाइन मार्केटिंग और खुदरा माध्यमों के जरिए देश में एलईडी बल्बों और लाइटों का वितरण कर रही है। इसके अलावा हाल ही में ईईएसएल ने इंग्लैंड में अपनी संयुक्त उधम के माध्यम से 10 करोड़ पौंड का निवेश करने का फैसला लिया है।