टाटा मोटर्स ने इस साल अगस्त में देश भर में फैले अपने 630 आउटलेट में 180 नैनो भेजे थे (अगस्त 2016 में इसकी संख्या 711 थी)। सितंबर महीने में कार की केवल 124 यूनिट भेजी गई जबकि, अक्टूबर में इसकी संख्या और गिरकर केवल 57 रह गई। सितंबर और अक्टूबर के त्योहारों के सीजन होने के चलते कार की मांग अधिक थी।
रिपोर्ट में टाटा मोटर्स के पांच डीलरों ने बताया कि उनके पास नैनो के स्टॉक रखे हैं लेकिन भविष्य में इस गाड़ी के लिए उन्होंने कंपनी से कोई मांग नहीं रखी है। टाटा मोर्टर्स के पंजाब के एक डीलर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में एक डीलर के पास कुछ खरीदार थे। मैंने कुछ कारों का डीलर टू डीलर ट्रांसफर किया, ऐसा जीएसटी की वजह से संभव हुआ। मैंने 10 हजार से लेकर 50 हजार रुपए तक के डिस्काउंट पर कुछ कारों को बेचा। मेरे पास अब भी 4-5 कारें पड़ी हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक टाटा नैनो जल्द ही इलेक्ट्रिक अवतार के रूप में नियो के नाम से पेश की जा सकती है। इसे नैनो को धीरे-धीरे समाप्त करने के तौर पर पहले कदम के रूप में देखा जा रहा है। कोयंबटूर की जेयम ऑटोमोटिव टाटा मोटर्स के साथ मिलकर इलेक्ट्रिक कार नियो पेश करने के लिए तैयार है। समझा जाता है कि टाटा कोयंबटूर की इस कंपनी को बॉडी शेल की आपूर्ति करेगी, जो पावरट्रेन और इलेक्ट्रिक मोटर लगाकर नियो को बाजार में उतार देगी।
सूत्रों ने दावा किया कि पहला 400 नियो अग्रणी टैक्सी एग्रीगेटर कंपनियों के लिए होगा और उन्हें जल्द ही यह सौंपा जाएगा। इस साल मार्च में टाटा और जेयम ऑटोमोटिव ने विशेष प्रदर्शन वाले वाहन विकसित करने के लिए 50-50 फीसदी हिस्सेदारी वाला संयुक्त उद्यम जेटी स्पेशल व्हीकल्स प्राइवेट लिमिटेड गठित किया है।