जानकारी के मुताबिक तेजस एक्सप्रेस शनिवार को गोवा से सुबइ साढ़े दस बजे चली थी। रविवार को 750 किमी का सफर तय करते हुए यह 7.44 बजे मुंबई के छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पर पहुंच गई।
कोंकण रेलवे प्रवक्ता एलके वर्मा ने बताया कि देरी को देखते हुए तेजस एक्सप्रेस को कर्मली से कुडल स्टेशन के बीच 153 किलोमीटर प्रति घंटा, कुडल से रत्नागिरी के बीच 137 किलोमीटर प्रति घंटा और फिर रत्नागिरी से पनवेल के बीचच 125 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ाया गया। इस तरह से तेजस ने अपना खोया हुआ समय हासिल कर लिया और मुंबई अपने तय समय पर पहुंच गई।
गौरतलब है कि तेजस की विशेषताओं में मेट्रो जैसे ऑटोमैटिक डोर, बायो वैक्यूम टायलेट तथा फायर-स्मोक डिटेक्टन व सप्रेशन सिस्टम की सुविधाएं प्रमुख हैं। इसकी सभी सीटें खास लेदर की हैं और हर एक के पीछे टचस्क्रीन कंट्रोल वाले एलईडी टीवी की व्यवस्था की गई है।
इसमें सेंसर युक्त टचलेस वाटर टेप व सोप डिस्पेंसर के अलावा हैंड ड्रायर, नई डिजाइन के डस्टबिन, सुरक्षा के लिए सीसीटीवी, कॉल बेल, डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड व जीपीएस आधारित पैसेंजर इंफारमेशन डिस्प्ले सिस्टम, इंटीग्रेटेड ब्रेल डिप्ले, स्नैक टेबल, यूएसबी बेस्ड चार्जिग के अलावा एक्जीक्यूटिव क्लास में गैस स्प्रिंग वाला लेग सपोर्ट दिया गया है।