डर मिटेगा तो उठेगा बाजार –
कोरोना संकट के कारण विश्व की अर्थव्यवस्था को अब तक 12 खरब डॉलर का नुकसान हो चुका है। आईएमएफ के मुताबिक दुनिया को अगले पांच साल में 28 खरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। वैक्सीन आने पर लोग इस संकट के और आगे बढऩे की आशंका से मुक्ति पाएंगे और संकट के समय के लिए बचा कर रखे गए पैसे को खर्चना शुरू करेंगे। जिससे खपत और निवेश बढ़ेगी। आईएमएफ का अनुमान है कि वैक्सीन आने से नुकसान में 9 खरब डॉलर कम हो जाएगा।
2021 में इलेक्ट्रिक कारों का होगा जलवा-
नए साल में कंपनियां दस लाख के अंदर कीमत वाली इलेक्ट्रिक गाडिय़ां पेश करने जा रही हैं, जिनकी झलक ऑटो एक्सपो दिख चुकी है। ये ऑटोमोबाइल मार्केट को बूस्ट करेगा।
टाटा अल्ट्रोज ईवी: कीमत का खुलासा नहीं ।
महिंद्रा ईकेयूवी-100: 8.25 लाख रुपए ।
मारुति वैगन आर ईवी: करीब दस लाख।
कंपनियों के मुनाफे में वृद्धि-
ग्रोथ साइकिल के रिटर्न के साथ ही कंपनियों के मुनाफे में बढ़ोतरी होगी और बाजार का मार्केट कैप बढ़ेगा। कोविड-19 संक्रमण का पीक बीत चुका है। अब हाई फ्रीक्वेंसी ग्रोथ इंडीकेटर्स मजबूत नजर आ रहे हैं। सरकार की पॉलिसी बेहतर रही है, भारतीय कंपनियों में बिजनेस एक्टिविटी बढ़ रही है। इस तरह से आगे बेहतर ग्रोथ की संभावना मजबूत हुई है।
जॉब क्रिएशन –
2025 तक देश में अच्छे वेतन वाली 4 करोड़ नौकरियां होंगी और 2030 तक इनकी संख्या 8 करोड़ हो जाएगी। भारत के पास श्रम आधारित निर्यात को बढ़ावा देने के लिए चीन के समान काफी अवसर हैं।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस-
विश्व बैंक की ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग के मामले में 2014 में भारत 142 नंबर पर था। 2019 तक रैंकिंग सुधरकर 63 हो गई। इस मोर्चे पर भारत अभी भी कारोबार शुरू करने में आसानी, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन, टैक्स भुगतान और कॉन्ट्रैक्ट इन्फोर्सिंग के मामले में पीछे है। इसमें सुधार की गुंजाइश है।
शेयर बाजार होगा 50 हजारी!
शेयर बाजार में रेकॉर्ड तेजी आई, वह जारी है। बाजार रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। बाजार की यह रैली आगे भी जारी रहने वाली है। मॉर्गन स्टैनले ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सेंसेक्स दिसंबर 2021 तक 50 हजार तक पहुंच सकता है। 2021 में लॉर्जकैप की तुलना में मिडकैप और स्मालकैप में ज्यादा तेजी देखने को मिलेगी।
ये 5 सेक्टर देंगे अर्थव्यवस्था को बूस्टर डोज –
रियल एस्टेट: साल 2021 में रियल्टी सेक्टर में बेहतरीन ग्रोथ की उम्मीद की जा रही है। अनलॉकिंग और इकोनॉमी में तेजी से रियल्टी सेक्टर के लिए आगे हाई ग्रोथ हो सकती है।
फार्मा: कोविड से दवाओं के लिए जो अनुकूल स्थिति बनी थी वह 2021 में जारी रहेगी। यह दौर वैक्सीन मैन्युक्चरिंग पर फोकस रहेगा।
एमएसएमई: एमएसएमई सेक्टर 2021 में ग्रोथ दर्ज करेगा। सरकार का आत्मनिर्भर अभियान एमएसएमई सेक्टर को गति देगा।
सीमेंट-स्टील: रियल एस्टेट की तेजी का सबसे ज्यादा असर सीमेंट और स्टील इंडस्ट्री पर पड़ेगा। इसमें 20त्न की तेजी आ सकती है।
डिजिटल एजुकेशन: लॉकडाउन में ऑनलाइन एजुकेशन का महत्व बढ़ा दिया है। आने वाले सालों में यह जारी रहेगा।