LIC के मैनेजमेंट के अनुसार, 30 जून तक LIC की कुल संपत्ति 41.02 लाख करोड़ रुपए हो गई है, जो फाइनेंशियल ईयर 22 की पहली तिमाही पर 38.13 लाख करोड़ रुपए थी। इस दौरान LIC की संपत्ति में 7.57% बढ़ी है। LIC के अध्यक्ष एमआर कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद अब हालात सामान्य हुए हैं, जिसके बाद एजेंट अब ग्राहकों के पास पहुंचने लगे हैं, जिसका फायदा कंपनी के नेट प्रॉफिट में देखने को मिल रहा है।
LIC ने लिस्टिंग के बाद से अब तक निवेशकों के 1.43 लाख करोड़ से रुपए से अधिक डुबो दिए हैं। लिस्टिंग के बाद से लगातार इसमें गिरावट जारी है। पिछले ट्रेडिंग डे यानी गुरूवार को 0.044% की गिरावट के साथ 682.35 रुपए पर बंद हुआ है। IIFL सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता ने कहा कि LIC के शेयर का सेंटिमेंट कमजोर दिख रहा है, जिसके कारण इसके ज्यादा अभी हाल ही में ज्यादा तेजी आने की उम्मीद नहीं दिखाई दे रही है। जैसे-जैसे कंपनी के रिजल्ट अच्छे आएंगे इस शेयर को लेकर निवेशकों में विश्वास आएगा, जिसके बाद सेंटिमेंट मजबूत होगा और शेयर रिटर्न देगा। अगले 2-3 क्वाटर के रिटर्न और देखने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।