चांदी के गहने-सिक्के की भी हो सकती है हॉलमार्किंग
जयपुरPublished: May 27, 2022 11:00:03 am
देखा जाता है कि महिलाएं अक्सर पुरानी चांदी की पायल, बिछिया, सिक्के आदि बेचकर नए गहने-सिक्के खरीदने के लिए ज्वैलर्स के पास जाती हैं। वहां पहुंचने पर उन्हें पता चलता है कि उनकी चांदी में भारी मात्रा में मिलावट है। ऐसे में उनके हाथ कुछ नहीं आता। ऐसे में अब सरकार चांदी की हॉलमार्किंग पर भी विचार कर रही है। चांदी की हॉलमार्किंग होने से ऐसी महिलाओं को सबसे ज्यादा राहत मिलेगी।


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गोल्ड हॉलमार्किंग शुरू होने से लोगों को नकली सोने से तो निजात मिल गई है। लेकिन चांदी के गहने, बर्तन, मूर्तियों और सिक्के की शुद्धता को लेकर ग्राहकों की परेशानी बनी हुई है। चांदी के गहने-सिक्के-बर्तन आदि खरीदते वक्त ग्राहकों को पता नहीं होता कि वह जो सामान खरीद रहे हैं, उनमें चांदी कितने टंच की है। इंडियन बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की रिपोर्ट के मुताबिक, लोकल ज्वैलर्स से चांदी खरीदते वक्त ग्राहक तो 90 टंच चांदी का पैसा चुकाते हैं, लेकिन उन्हें 40 से 60 टंच की चांदी ही मिलती है।