इंटरनल मेल में दीपेंद्र गोयल ने बताया कि यह कदम कंपनी के उन तमाम उपायों का हिस्सा है जिसकी मद से वो जोमैटो के डिलीवरी एग्जीक्यूटिव को कंपनी के साथ बनाए रखने के लिए उठा रही है। बताते चले कि जोमैटो फ्यूचर फाउंडेशन कंपनी के साथ लंबे समय से जुड़े हुए डिलीवरी पार्टनर के दो बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठा रही है। बताया जा रहा कि डिलीवरी पार्टनर और उनके परिजनों को दी जाने वाली सुविधा में और विस्तार किया जाएगा।
10 साल पुराने इंप्लाइज के बच्चों को पढ़ाई के लिए मिलेगा 1 लाख
बता दें कि जोमैटो फ्यूचर फाउंडेशन कंपनी के सभी डिलीवरी पार्टनर के दो बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रति बच्चा सालाना 50 हजार रुपए की मदद करता है। इसके लिए कर्मचारी का कंपनी में कम से कम पांच साल वक्त पूरा किया होना चाहिए। साथ ही काम के प्रदर्शन को लेकर कुछ मानक भी पूरे करने होते है। इंप्लाइज को भेजे गए इंटरनल मेल में दीपेंद्र गोयल ने आगे बताया कि जो डिलीवरी पार्टनर कंपनी में 10 साल पूरा करता है, उसके बच्चों की पढ़ाई के लिए सालाना 1 लाख रुपए की मदद की जाएगी।
डिलीवरी पार्टनर के होनहार बच्चों को दी जाएगी स्कॉलरशिप
भेजे गए इंटरनल मेल के अनुसार कंपनी के महिला डिलिवरी पार्टनरों के लिए इन शर्तों को और आसान किया गया है। इसके अलावा फाउंडेशन छात्राओं को 12वीं और ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करने पर प्रोत्साहन के लिए इनाम भी दिया जाएगा। गोयल ने यह भी बताया कि डिलीवरी पार्टनर के होनहार बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए स्कॉलरशिप भी दी जाएगी।
हादसे के शिकार हुए डिलीवरी पार्टनर के परिवार को मिलेगी मदद
यह भी बताया गया कि ऑडर डिलीवरी के दौरान यदि कोई पार्टनर हादसे का शिकार हो जाता है कि उसके परिवार को मदद दी जाएगी। बता दें कि 10 मिनट में ऑर्डर की डिलीवरी देने की कोशिश में कई बार डिलीवरी ब्यॉय का एक्सीडेंट भी हो जाता है। देशभर से इसके कई उदाहरण सामने आ चुके हैं। फाउंडर दीपेंद्र गोयल ने बताया कि डिलीवरी ब्यॉय के एक्सीडेंट पर उनके परिवार का पूरा ख्याल रखा जाएगा।