टायर्स में नाइट्रोजन डलवाने के होते हैं ये जबरदस्त फायदे
अगर आप टायर्स में नॉर्मल हवा डलवाते हैं तो उसमें आर्द्रता(Humidity) जैसी समस्या हमेशा बनी रहती है, जिससे गाड़ी के टायर्स को भी नुकसान होने की पूरी संभावना रहती है। इसके अलावा टायर्स के प्रेशर पर भी असर पड़ता है। सफर के दौरान गाड़ी की परफॉरमेंस पर भी असर है। साथ ही टायर में लगी रिम या एलॉय व्हील पर भी इसका गलत असर पड़ता है। जबकि टायर्स में नाइट्रोजन हवा डलवाने से टायर में जो ऑक्सीजन मौजूद रहती है वो डाल्यूट हो जाती है साथ ही साथ आक्सीजन में मौजूद पानी की मात्रा को भी खत्म कर देती है। इसका फायदा यह भी होता है कि टायर के रिम को नुकसान नहीं पहुंचता।
नाइट्रोजन हवा नार्मल हवा की तुलना में ज्यादा ठंडी होती है जिसकी वजह से हर मौसम में टायर्स बेहतर परफॉर्म करते हैं। इतना ही नहीं टायर्स की लाइफ बढ़ जाती है, साथ ही माइलेज में भी इजाफा है।
टायर्स की सेफ्टी, हैंडलिंग के लिहाज से भी नाइट्रोजन बेहतर मानी जाती है और यह लम्बे समय तक टिकती है। साथ ही बार-बार फिलिंग करने की जरूरत नहीं होती। जबकि गर्मी में नॉर्मल हवा कुछ दिन बाद और गाड़ी चलने से कम होती रहती है।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि फॉर्मूला वन रेस में चलने वाली हर गाड़ी के टायर्स में नाइट्रोजन हवा का ही इस्तेमाल किया जाता है। नाइट्रोजन गैस के इस्तेमाल से टायर के फटने की संभावना करीब 90 फीसदी तक कम हो जाती है।